सीवरेज के पानी से प्रदूषित हो रहीं नदियां, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड बेखबर

स्वच्छ भारत अभियान के तहत जहां एक ओर सरकार के आदेशानुसार जगह-जगह अभियान चलाकर सफाई अभियान छेड़े जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की लचर कार्यवाई के कारण जल तथा हवा लगातार प्रदूषित हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Dec 2018 01:06 AM (IST) Updated:Tue, 18 Dec 2018 01:06 AM (IST)
सीवरेज के पानी से प्रदूषित हो रहीं नदियां, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड बेखबर
सीवरेज के पानी से प्रदूषित हो रहीं नदियां, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड बेखबर

संस, पठानकोट : स्वच्छ भारत अभियान के तहत जहां एक ओर सरकार के आदेशानुसार जगह-जगह अभियान चलाकर सफाई अभियान छेड़े जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की लचर कार्यवाई के कारण जल तथा हवा लगातार प्रदूषित हो रही है। इसका साक्षात प्रमाण है सुजानपुर से निकलने वाली अपरबारी दोआब नहर। करीब पांच दशक बाद इस नहर की स्थिति अब बद से बदत्तर हो चुकी है। नहरों को प्रदूषित होने के लिये भले ही जिला प्रशासन की ओर से गत माह हिदायतें जारी कर इनकी साफ- सफाई पर विशेष ध्यान रखने के लिये कहा गया था परन्तु इस ओर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। स्थिति ये बन चुकी है कि इन नहर के समीप खड़ा होना तो दूर की बात, समीप से गुजरना भी मुश्किल हो चुका है।

यही नहीं,बात यदि जिला भर में बहती नदियां तथा दरियाओं की करें तो इस ओर किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कोई ध्यान न दिये जाने के कारण इनका अस्तित्व खत्म हो रहा है। इन नदियों में अब स्वच्छ जल बहने की बजाए,सीवरेज का गंदा पानी तथा कूड़े के ढेर दिखते हैं। नदियों के लगातार प्रदूषित होने के बावजूद भी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर से क्षेत्र के दरियाओं को दूषित होने से बचाने के लिये फिलहाल कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई है।

सुजानपुर में सीवरेज व्यवस्था नहीं, नहर में फेंका जा रहा कूड़ा

सुजानपुर में सीवरेज व्यवस्था न डाले जाने के कारण पूरे क्षेत्र का कूड़ा जहां माधोपुर से निकल कर आई अपरबारी दोआब नहर में फेंका जा रहा है वहीं अधिकतर लोगों की ओर से लगातार इस नहर में गंदगी फैलाए जाने के कारण अब ये अपना अस्ति्तव खो चुकी है। हालांकि विभागीय अधिकारियों की ओर से बार-बार सिर्फ यही कहां जाता है कि वह अपरबारी दोआब नहर को प्रदूषित कर रहे नगर कौंसिल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के लिये लगातार कार्यवाई कर रहे हैं, परंतु अभी तक इस नहर में गंदगी फैंकने वालों पर कार्यवाई के लिये कोई रूपरेखा नहीं बन पाई है। स्वच्छता मिशन पर भी पूर्णत नहीं हो पा रहा काम,,जगह-जगह दिखते हैं कूड़े के ढेर- भले ही स्वच्छता मिशन के तहत अभियान शुरू किया जा चुका है परंतु शहर भर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर तथा नहरों में इस प्रकार फैलाई जा रही गंदगी अभी भी इस मिशन की पूर्णत: सफलता में ग्रहण बने हुए हैं। गंदे नालों से निकाली गई गंदगी आज भी कई-कई दिनों तक नालों के बाहर बिखरती रहती है जिन्हें उठाने की जहमत सफाई कर्मचारियों की ओर से नहीं की जाती।

शिकायत मिलेगी तो होगी कार्यवाही : एक्सईएन

उधर,इस संदर्भ में जब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एक्सईएन रविन्द्र भट्टी से जिला भर में लगातार बढ़ते प्रदूषण पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि विभाग लगातार प्रदूषण की रोकथाम के लिये काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से एसडीओ रैंक के पदाधिकारियों के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की गई हैं। गठित की गई ये टीमें जिला भर में चल रही स्माल स्केल, मिडयम तथा लारज स्केल इंडस्ट्रियों में पानी तथा हवा के सैंपल लेती है। बाद में इन लिये गए सैंपलों की लैबोरटरियों से जांच करवाई जाती है। यदि किसी भी फैक्टरी का सैंपल फेल पाया जाता है तो उसे बतौर जुर्माना किया जाता है। पूछे गये सवाल का जवाब देते उन्होंने कहा कि अपरबारी दुआब नहर को प्रदूषित किये जाने के कारण अधिकारियों की सहमति से नगर कौंसिल को कानूनी नोटिस जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम प्रदूषण को रोकना कौंसिल तथा निगम अधिकारियों की जिम्मेवारी है।

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