काला मोतिया का जल्द इलाज जरूरी

सेहत व परिवार भलाई विभाग पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार विभाग

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Mar 2018 04:46 PM (IST) Updated:Fri, 16 Mar 2018 04:46 PM (IST)
काला मोतिया का जल्द इलाज जरूरी
काला मोतिया का जल्द इलाज जरूरी

संवाद सहयोगी, पठानकोट : सेहत व परिवार भलाई विभाग पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार विभाग द्वारा विश्व ग्लूकोमा (काला मोतिया) सप्ताह के तहत शुक्रवार को सिविल अस्पताल में जागरुकता सेमिनार लगाया गया। सहायक सिविल सर्जन डॉ. अदिति सलारिया के नेतृत्व में आयोजित इस सेमिनार में अस्पताल में आए मरीजों व उनके सहयोगियों ने भाग लिया। इन्हें काला मोतिया के लक्षणों व बचाव बारे में जानकारी दी गई। आंखों के स्पेशलिस्ट डॉ. रमेश डोगरा ने बताया कि विश्व ग्लूकोमा सप्ताह 12 से 18 मार्च तक पंजाब के सभी प्रमुख जिलों के अस्पतालों, सब-डिवीजन अस्पतालों तथा सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मनाया गया है जिसमें मुफ्त आंखों के चेकअप कैंप भी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्लूकोमा (काला मोतिया) आंखों की खतरनाक बीमारी है । यदि इसका इलाज समय रहते न करवाया जा सके तो मरीज की आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है। सहायक सिविल सर्जन डॉ. अदिति सलारिया ने काला मोतिया बारे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यदि किसी भी व्यक्ति के असाधारण सिर दर्द, पढ़ने वाले चश्मा का बार-बार बदलना, प्रकाश के आने वाले इर्द गिर्द रंगदार चक्कर, आंखों में तेज दर्द, लाली के साथ-साथ दृष्टि कि अचानक हानि या फिर दृष्टि का सीमित होना आदि काला मोतिया के प्रमुख लक्षण हैं। उन्होंने कहा कि यदि 40 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति को ऐसी किसी भी लक्षण चिन्ह के प्रकट होने का अंदेशा हो तो उसे अपनी आंखों का नजदीक के सेहत केंद्र में आंखों के विशेषज्ञ डॉक्टर से चेक करवाया जाए। इस मौके पर मेडिकल अफसर एमएल अत्री, डॉक्टर म¨नदर ¨सह, डॉक्टर प्रियंका, पीसीबी मन¨जदर कौर, अमनदीप ¨सह आदि मौजूद थे।

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