'व्हील ऑफ ब्लैक मनी' सामाजिक ज्वलंत मुद्दों पर करेगी फोक्स

सुजानपुर साहित्य मेरी आत्मा है और जब तक शरीर में दिल की धड़कन है तब तक साहित्य को मुझ से अलग नहीं किया जा सकता। यह कहना है गांव फिरोजपुर कलां निवासी पंजाब के वरिष्ठ साहित्यकार गोपाल शर्मा फिरोजपुरी का।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 12:29 AM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 06:28 AM (IST)
'व्हील ऑफ ब्लैक मनी' सामाजिक ज्वलंत मुद्दों पर करेगी फोक्स
'व्हील ऑफ ब्लैक मनी' सामाजिक ज्वलंत मुद्दों पर करेगी फोक्स

संवाद सहयोगी, सुजानपुर : साहित्य मेरी आत्मा है और जब तक शरीर में दिल की धड़कन है तब तक साहित्य को मुझ से अलग नहीं किया जा सकता। यह कहना है गांव फिरोजपुर कलां निवासी पंजाब के वरिष्ठ साहित्यकार गोपाल शर्मा फिरोजपुरी का। सुजानपुर में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान साहित्यकार गोपाल शर्मा फिरोजपुरी ने बताया कि उन्होंने हाल ही में 'व्हील ऑफ ब्लैक मनी' पर किताब लिखी है। अंग्रेजी भाषा में रचित इस पुस्तक में भ्रष्टाचार, आतंकवाद, पुलिस तंत्र, डॉक्टरों की मनमानी, संसद का हंगामा, बेरोजगारी, लोकपाल बिल और शिक्षा पर फोकस किया है। गोपाल शर्मा फिरोजपुरी 74 वर्ष की आयु में भी युवा अवस्था की तरह नई ऊर्जा से साहित्य का सृजन कर रहे हैं। इनका मानना है कि आज की युवा पीढ़ी भारत की इस महान सांस्कृतिक विरासत के साथ जुड़ें तथा सीखें और आगे लेकर जाएं। जिससे समाज का साहित्य सुदृढ़ होगा। बता दें कि फिरोजपुरी ऐसे लेखक हैं जिन्हें 4 भाषाओं में साहित्य सृजन की महारत है। उनके साहित्य पर कई बच्चे एमफिल कर चुके हैं और अब अब गुरुग्राम की पिकी कटारिया की ओर से साहित्य पर पीएचडी की जा रही है।

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