सिविल में इमरजेंसी के वार्ड के बाहर नकाबपोशों ने युवक पर किया हमले, गोद में खेल रही 12 दिन की नवजात की गिरने से मौत

सीमा ने बताया कि यह उसका पहला बच्चा था जिससे उसके कई सपने थे। सभी खत्म हो गए। यह हादसा नहीं बल्कि सोची समझी हत्या है। एक दुधमुही बच्ची ने आखिर किसी का क्या बिगाड़ा था। अगर मारना था तो मुझे मार देते। अभी तो बच्ची को सही से मैं गोद में भी नहीं खेला पाई थी। अच्छी तरह दूध भी नहीं पीला पाई। मुझे इंसाफ चाहिए। आरोपितों पर हत्या का मुकद्दमा दर्ज होनी चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 11:09 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 11:09 PM (IST)
सिविल में इमरजेंसी के वार्ड के बाहर नकाबपोशों ने युवक पर किया हमले, गोद में खेल रही 12 दिन की नवजात की गिरने से मौत
सिविल में इमरजेंसी के वार्ड के बाहर नकाबपोशों ने युवक पर किया हमले, गोद में खेल रही 12 दिन की नवजात की गिरने से मौत

जागरण संवाददाता, पठानकोट : सिविल अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड के बाहर मंगलवार रात को एक युवक पर तीन नकाबपोशों ने हमला कर दिया। इस घटना में युवक के गोद में खेल रही उसकी 12 दिन की बच्ची गिर गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। युवक का आरोप है कि उसके जीजा ने उक्त लोगों को भेजा था। हालांकि जीजा के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया है।

ढांगू पीर, गुरु गोबिद सिंह नगर के रहने वाली सीमा देवी करीब 15 दिनों से अस्पताल में भर्ती है। 12 दिन पहले सिजेरियन डिलीवरी में उसने अपनी पहली बच्ची को जन्म दिया। परिवार के सभी लोग खुश थे। सीमा को अभी भी कुछ तकलीफ है। वह अब भी सिविल अस्पताल में भर्ती है। मंगलवार रात करीब साढ़े नौ बजे सूरज (सीमा का पति) अपनी बच्ची को लेकर इमरजेंसी वार्ड के बाहर टहल रहा था। इतने में तीन नकाबपोश युवक उसके पास आए। आरोप है कि नकाबपोश युवकों ने आते ही सूरज को उसके जीजा के बारे में पूछा। बदमाशों ने कहा कि उसके साथ तुम्हारा क्या झगड़ा है? सूरज ने कहा कि यह हमारा आपसी मामला है। आप कौन हो और इस बारे में क्यों पूछ रहे हो? दोनों के बीच बहस होने लगी। इतने में एक आरोपित ने धक्कामुक्की शुरू कर दी और दूसरे ने गले में डाला हुआ तौलिया खींचा। इस कारण सूरज की गोद से बच्ची नीचे थड़े पर गिर गई। आरोपित सूरज को भी बेहोश होने तक पीटते रहे और फिर भाग गए। देर रात सूरज को इमरजेंसी में भर्ती करवाया गया। अब उसकी हालत में सुधार है।

एसएचओ प्रमोद कुमार का कहना है कि सूरज कुमार की शिकायत पर तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उनको पकड़ने के लिए पुलिस तहकीकात कर रही है।

सूरज का आरोप- बहन से मारपीट करता है जीजा, उसीने भेजे गुंडे

सूरज ने बताया कि उसका जीजा उसकी बहन के साथ मारपीट करता है। कई बार पंचायत हुई। समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस में भी शिकायत की गई है। पुलिस ने उसे बुलाया और चेतावनी देकर छोड़ दिया था। बहन भी इस समय गर्भवती है। मारपीट करने के कारण वह अपनी बहन को अपने साथ ले आया है। जीजा पिछले कुछ दिनों से मारपीट की धमकी भी दे रहा था। सूरज ने सोचा कि गुस्से में या नशा करने के बाद कर जीजा धमकी दे रहा है। इसलिए ध्यान नहीं दिया। मां बोली- पहला बच्चा और कई सपने खत्म हो गए

सीमा ने बताया कि यह उसका पहला बच्चा था, जिससे उसके कई सपने थे। सभी खत्म हो गए। यह हादसा नहीं बल्कि सोची समझी हत्या है। एक दुधमुही बच्ची ने आखिर किसी का क्या बिगाड़ा था। अगर मारना था तो मुझे मार देते। अभी तो बच्ची को सही से मैं गोद में भी नहीं खेला पाई थी। अच्छी तरह दूध भी नहीं पीला पाई। मुझे इंसाफ चाहिए। आरोपितों पर हत्या का मुकद्दमा दर्ज होनी चाहिए। सीसीटीवी से खुल सकता है राज

सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सिविल अस्पताल में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला जाए तो इस मामले का पर्दाफाश हो सकता है। आरोपित कौन थे, किस प्रकार घटना को अंजाम दिया। कितने लोग इसमें शामिल थे। बच्ची की मौत किस प्रकार हुई। कितने देर बाद इलाज के लिए ले जाया गया।

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