भाविप सदस्यों को प्रकल्पों का महत्व बताया
भाविप द्वारा कोना काल मे भाविप सदस्यों का दायित्व विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवराज शर्मा की अध्यक्षता में किया गया
संवाद सहयोगी, पठानकोट :
भारत विकास परिषद उत्तर-1 क्षेत्र द्वारा कोरोना काल मे भाविप सदस्यों का दायित्व विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवराज शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। इस वर्चुअल कार्यशाला में जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ से प्रांतीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दायित्व धारकों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का शुभारंभ वंदे मातरम गान के साथ हुआ। सभी उपस्थित राष्ट्रीय दायित्व धारियों का स्वागत व परिचय राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री सुशील शर्मा द्वारा किया गया।
सर्वप्रथम भाविप परिवार के सदस्य, जिनका कोरोना से निधन हुआ उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की गई। कार्यशाला का उद्देश्य और महत्व की जानकारी देव राज शर्मा द्वारा दी गई। कार्यशाला में क्षेत्र के आठ प्रांतों से उपस्थित दायित्वधारकों का परिचय राष्ट्रीय मंत्री संगठन हरिदर गुप्ता, डाक्टर राजेश पूरी व अरुण शर्मा द्वारा करवाया गया। प्रांत महासचिवों ने अपने-अपने प्रांत की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
राष्ट्रीय चैयरपर्सन अविनाश शर्मा ने महिला व बाल विकास प्रकल्प के अंतर्गत क्या कार्य इन परिस्थितियों में किए जा सकते हैं और कैसे करने हैं पर विस्तार पूर्वक बताया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक अजय दत्ता द्वारा शाखाओं के सशक्तिकरण में स्थाई प्रकल्पों का क्या महत्व है, स्थाई प्रकल्पों की श्रेणी में कोन से प्रकल्प आते है और इन्हें कहां और कैसे शुरू किया जा सकता है, कोरोना काल में परिषद भवनों में कोविड केयर सेंटर अथवा टीकाकरण केंद्र शुरू करने के बारे में भी चर्चा की। चंडीगढ़, लुधियाना में शुरू किए कोविड केयर केंद्रों की जानकारी भी दी। कार्यशाला के दूसरे दिन राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री सुशील शर्मा द्वारा सभी दायित्वधारकों का स्वागत व परिचय के साथ कार्यशाला का प्रारंभ हुआ।
दूसरे दिन राष्ट्रीय समिति सदस्य डा. अनिल कालिया ने संपर्क, राधेश्याम महाजन ने समग्र ग्राम बस्ती विकास, राष्ट्रीय वाईस चेयरमैन राकेश सचदेवा ने आनलाइन भारत को जानो व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री देव राज शर्मा ने सेवा प्रकल्प विषयों पर जानकारी दी। क्षेत्रीय मंत्री शीमा जोशी ने राष्ट्रीय गान की प्रस्तुति की और इस प्रस्तुति के साथ दो दिवसीय कार्यशाला सफलता पूर्वक संपन्न हुई। कुल अपेक्षित 91 में से 86 दायित्वधारक उपस्थित रहे। क्षेत्रीय मंत्री मनोज रत्न को होस्ट की भूमिका में रहे।