50 वार्डों में एक भी महाशा पार्षद नहीं : जनक

जिला पठानकोट में सर्वाधिक आबादी के बाद भी आज तक हमारे समाज के एक भी व्यक्ति को न तो प्रधान और न चेयरमैन पद से नवाजा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 03:55 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 03:55 PM (IST)
50 वार्डों में एक भी महाशा पार्षद नहीं : जनक
50 वार्डों में एक भी महाशा पार्षद नहीं : जनक

जासं, पठानकोट : जिला पठानकोट में सर्वाधिक आबादी के बाद भी आज तक हमारे समाज के एक भी व्यक्ति को न तो प्रधान और न चेयरमैन पद से नवाजा गया है। यह बात गोस्वामी श्री गुरु नाभा दास सेवा समिति के सिटी प्रधान मास्टर जनक राज ने कृष्णा कालोनी में आयोजित एक मीटिग के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा किए गए एक सर्वे के मुताबिक शहर की 50 वार्डों जिसमें वार्ड नं.2 आनंदपुर रड़ा में महाशा समाज की 65 प्रतिशत, वार्ड नं.4 में 40 प्रतिशत, वार्ड नं.5 में 50 प्रतिशत, वार्ड नं.6 काजीपुरा मोहल्ला में 50 प्रतिशत, वार्ड नं.7 में 50 प्रतिशत, वार्ड नं.8 उपरली लमीनी में 55 प्रतिशत, वार्ड नं.9 में 50 प्रतिशत, वार्ड नं.11 में मामून में 10 प्रतिशत, वार्ड नं.12 में 45 प्रतिशत, वार्ड नं.13 बेदी बज्जरी में 75 प्रतिशत, वार्ड नं.14 मोहल्ला रामपुरा में 30 प्रतिशत, वार्ड नं.19 दौलतपुर में 45 प्रतिशत, वार्ड नं.20 में 350 वोट, वार्ड नं.22 में 5 प्रतिशत, वार्ड नं.24 सैली कुलिया में 20 प्रतिशत, वार्ड नं.25 में 25 प्रतिशत, वार्ड नं.26 में 20 प्रतिशत, वार्ड नं.28 में सुंदर नगर में 25 प्रतिशत, वार्ड नं.30 कच्चे क्र्वाटर में 15 प्रतिशत, वार्ड नं.31 में 15 प्रतिशत, वार्ड नं.32 विधायक के मोहल्ले में 5 प्रतिशत, वार्ड नं.33 बज्जरी कम्पनी सैनी मोहल्ला में 48 प्रतिशत, वार्ड नं.34 सैनगढ़ मॉडल टाउन में 15 प्रतिशत, वार्ड नं.35 मीरपुर कालोनी में पांच प्रतिशत, वार्ड नं.36 में 45 प्रतिशत, वार्ड नं.39 प्रेमनगर में 10 प्रतिशत, वार्ड नं.40 ढाकी में 10 प्रतिशत, वार्ड नं.41 में 1200 वोट, वार्ड नं.42 में 45 प्रतिशत, वार्ड नं.44 सरना में 55 प्रतिशत, वार्ड नं.45 सरना भरोली खुर्द में 50 प्रतिशत, वार्ड नं.46 रघुनाथ कालोनी 65 प्रतिशत, वार्ड नं.48 में अबरोल नगर में 15 प्रतिशत, वार्ड नं.49 में 30 प्रतिशत आबादी है परंतु आज भी महाशा समाज की किसी नुमांदगी से झोली खाली है।

उन्होंने प्रशासन एवं सरकार के समक्ष यक्ष प्रश्न रखा कि जो महाशा समाज से पिछले लंबे समय से अन्याय किया जाता आ रहा है? आखिर महाशा समाज के साथ ही यह अन्याय क्यों? पठानकोट शहर के अधीन आते 50 वार्डों में एक भी पार्षद महाशा समाज से संबंधित नहीं है। आज महाशा समाज अपने हकों के प्रति जागरूक हो चुका है तथा महाशा समाज को आज तक एक भी नुमाइंदगी क्यों नहीं दी गई यह सरकार एवं प्रशासन के समक्ष बड़ा सवाल है जिसका जवाब महाशा समाज लेकर ही रहेगा। इस दौरान महंत सांवरियां दास, चेयमरैन अमरनाथ, वाइस चेयरमैन सरदारी लाल महासचिव सूरज कुमार, कमला प्रधान, कांता प्रधान, ममता, राज कुमार व पवन कुमार आदि मौजूद थे।

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