चक्की पुल पर धरने से परेशान हुए लोग..
इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर दूसरे राज्यों से आए लोगों को पठानकोट से गुजरने में भारी परेशानी उठानी पड़ी। एक तो लोग परेशान थे ऊपर से गर्मी भी कहर ढा रही थी। पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा था।
संवाद सहयोगी, मलिकपुर: भारत बंद को लेकर जहां पूरे जिले में चक्का जाम रहा वहीं, चक्की पुल पर किसानों ने धरना देकर तीनों लगाए गए धरने के चलते भारी संख्या में आम लोग परेशान होते हुए भी दिखे। इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर दूसरे राज्यों से आए लोगों को पठानकोट से गुजरने में भारी परेशानी उठानी पड़ी। एक तो लोग परेशान थे, ऊपर से गर्मी भी कहर ढा रही थी। पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा था।
भारत बंद के चलते ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए पैदल ही निकल पड़ा सैनिक
हिमाचल प्रदेश के जोगिदर नगर निवासी लवली ने बताया कि वह आर्मी में है और उनकी पठानकोट में ड्यूटी है। छुट्टी पर अपने घर जोगिदर नगर गए हुए थे। सोमवार को ड्यूटी पर पहुंचना है भारत बंद के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित है, बस नहीं मिल रही इसलिए वह आधे रास्ते से पैदल ही निकल पड़े हैं। कोई रास्ता न दिखा तो सड़क पर ही लेटकर किया आराम
हरिद्वार से अपने घर जम्मू लौट रहे विजय सिंह अपने परिवार के साथ जालंधर-पठानकोट नेशनल हाईवे पर फंस गए। यहां पर वह अपने परिवार सहित सड़क पर ही चादर बिछाकर आराम करते हुए दिखे। उन्होंने कहा कि इस तरह के धरने के दौरान प्रशासन को आम जनता की परेशानी को देखते हुए बैठने और आराम करने के लिए कोई व्यवस्था करनी चाहिए थी। 18 पारिवारिक सदस्य अब पैदल यात्रा करने को मजबूर
कानपुर से अपने परिवार के साथ धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए आए बिदे बाबू ने बताया कि दो दिन पहले वह अपने अन्य 18 पारिवारिक सदस्यों के साथ धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए निकले थे। वह हिमाचल में स्थित ज्वाला देवी के दर्शन करके सोमवार सुबह पठानकोट पहुंचे तो उन्हें पता चला कि किसानों के आंदोलन के कारण वाहनों की आवाजाही बंद है, जिसके चलते अब वह पैदल ही परिवार सहित वैष्णो माता की यात्रा को निकल पड़े हैं। आगे जाकर बस मिलेगी तो पकड़ लेंगे।