लिम्का बुक आफ रिकार्ड में दर्ज होने की कवायद, साइकिल से 5.90 लाख किलोमीटर की तीर्थ यात्रा कर चुके, रिकार्ड के लिए दस हजार किमी. बाकी

उन्होंने बताया कि उनकी ख्वाहिश है कि वह छह लाख किलोमीटर साइकिल यात्रा पूरा करके लिम्का बुक रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाएं। इसके लिए केवल दस हजार किलोमीटर बाकी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 04:33 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 04:33 AM (IST)
लिम्का बुक आफ रिकार्ड में दर्ज होने की कवायद, साइकिल से 5.90 लाख किलोमीटर की तीर्थ यात्रा कर चुके, रिकार्ड के लिए दस हजार किमी. बाकी
लिम्का बुक आफ रिकार्ड में दर्ज होने की कवायद, साइकिल से 5.90 लाख किलोमीटर की तीर्थ यात्रा कर चुके, रिकार्ड के लिए दस हजार किमी. बाकी

संवाद सूत्र, पठानकोट : बठिडा निवासी राजेंद्र गुप्ता साइकिल से 5.90 लाख किलोमीटर की तीर्थ यात्रा कर चुके हैं। 33 साल में वे 133 बार माता वैष्णो देवी व 16 बार अमरनाथ मंदिर के दरबार में शीश झुका चुके हैं। इसके अलावा काशी विश्वनाथ मंदिर, जगन्नाथ पुरी, गंगा सागर, इलहाबाद, अमरनाथ आदि धार्मिक स्थानों पर माथा टेक चुके हैं। रविवार को पठानकोट पहुंचने पर लोगों ने उनका स्वागत किया।

राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि उनको अब तक कई लोग, समाजसेवी संगठनों व गणमान्य सम्मानित कर चुके हैं। झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनकी ख्वाहिश है कि वह छह लाख किलोमीटर साइकिल यात्रा पूरा करके लिम्का बुक रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाएं। इसके लिए केवल दस हजार किलोमीटर बाकी है। हर साल उन्हें यात्रा करने के लिए सेवा समिति की ओर से साइकिल दिया जाता है। उनका कहना है कि माता जी की उनपर काफी कृपा है। वे इस समय माता ज्वाला जी और माता चामुंडा देवी के साथ चितपूर्णी देवी माता दर्शन करने के लिए जा रहे हैं। इस यात्रा में उनके बड़े भाई मदद करते हैं साथ ही रास्ते में लोग खाने पीने की सुविधा दे देते हैं।

chat bot
आपका साथी