पांच स्कूलों में अध्यापकों की कमी, दो हजार बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित : विपिन महाजन

रणजीत सागर बांध परियोजना के अधीन चल रहे तीन सीनियर सेकेंडरी स्कूलों व दो एलिमेंट्री स्कूलों में अध्यापकों की कमी लगातार बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 10:40 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 10:40 PM (IST)
पांच स्कूलों में अध्यापकों की कमी, दो हजार बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित : विपिन महाजन
पांच स्कूलों में अध्यापकों की कमी, दो हजार बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित : विपिन महाजन

संवाद सहयोगी, पठानकोट: रणजीत सागर बांध परियोजना के अधीन चल रहे तीन सीनियर सेकेंडरी स्कूलों व दो एलिमेंट्री स्कूलों में अध्यापकों की कमी लगातार बनी हुई है। इसके चलते 2000 बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। यह बात भारतीय जनता पार्टी जिला पठानकोट के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विपिन महाजन ने कही। उन्होंने बताया कि इनमें से दो स्कूल पंजाब बोर्ड व एक सीबीएसई से संबंधित है। यह स्कूल लगभग 35 वर्षों से बांध परियोजना प्रशासन के अधीन चलाए जा रहे हैं, लेकिन यहां प्रिसिपल के पद खाली पड़े हैं और लगातार अध्यापकों की रिटायरमेंट होने के कारण विभिन्न विषयों के अध्यापकों की बहुत कमी हो गई है। इस कारण बच्चों की पढ़ाई में बाधा आ रही है। इसे लेकर डिप्टी कमिश्नर पठानकोट और बांध परियोजना के चीफ इंजीनियर को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की गई है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जिस प्रकार पूर्व में भी बांध प्रशासन ने अपने स्तर पर अध्यापकों की भर्ती की थी। उसी तर्ज पर बांध प्रशासन नए अध्यापकों की भर्ती कर इन पदों को पहल के आधार पर भरे। अन्यथा केंद्रीय विद्यालय पेट्रन पर कांट्रैक्ट के आधार पर अध्यापकों की भर्ती की जाए। यदि इन में से कोई विकल्प संभव न हो तो बांध परियोजना में कार्य कर रहे क्वालिफाइड कर्मचारियों को पढ़ाने का दायित्व सौंपा जाए।

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