जिले के सरकारी स्कूलों में 50 फीसद छात्र पहुंचे, निजी स्कूल खुले नहीं
पहले दिन पूरे जिले में 50 फीसद बच्चों ने उपस्थिति दर्ज कराई। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 60 फीसद छात्र स्कूल पहौंचे। प्राइमरी कक्षा के बच्चों को भेजने में अभिभावक अभी असमंजस में हैं। छठी से 12वीं कक्षा में उपस्थिति ज्यादा रही। वहीं जिले में अधिकतर प्राइवेट स्कूल नहीं खुले। निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि उनको अभी तैयारी करने में समय लगेगा। इसलिए अलगे सप्ताह से स्कूल खोले जाएंगे।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : प्री प्राइमरी कक्षा से लेकर बारहवीं तक सोमवार को सभी सरकारी स्कूल खुल गए। पहले दिन पूरे जिले में 50 फीसद बच्चों ने उपस्थिति दर्ज कराई। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 60 फीसद छात्र स्कूल पहौंचे। प्राइमरी कक्षा के बच्चों को भेजने में अभिभावक अभी असमंजस में हैं। छठी से 12वीं कक्षा में उपस्थिति ज्यादा रही। वहीं जिले में अधिकतर प्राइवेट स्कूल नहीं खुले। निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि उनको अभी तैयारी करने में समय लगेगा। इसलिए अलगे सप्ताह से स्कूल खोले जाएंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी जसवंत सिंह और जिला शिक्षा अधिकारी प्राइमरी बलदेव राज ने बताया कि तकरीबन पांच महीनों के लिए बंद रहे स्कूल फिर से पूरी तरह खुल गए हैं। दो अगस्त से सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने स्कूल आना शुरू कर दिया है, जबकि दसवीं से बारहवीं तक की सीनियर कक्षाओं के विद्यार्थी 26 जुलाई से ही स्कूल आ रहे हैं। समूह सरकारी प्राइमरी, माध्यमिक, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के मुखियों की तरफ से विद्यार्थियों की स्कूलों में साफ सफाई और कोरोना निर्देशों के पालन के समूचे प्रबंध मुकम्मल किए गए थे।
पहले दिन अध्यापकों और विद्यार्थियों दोनों में उत्साह दिखा। उप जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी राजेश्वर सलारीया और उप जिला शिक्षा अफसर एलिमेंट्री रमेश लाल ठाकुर ने बताया कि समूह स्कूल मुखियों और अध्यापकों की तरफ से सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलने की सूचना विद्यार्थियों और विद्यार्थियों के अभिभावकों तक पहले ही पहुंचा दी गई थी। पुस्तकें और सहायक पढ़ने सामग्री भी विद्यार्थियों तक पहले ही पहुंचा दी गई है।
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बधानी की प्रिसिपल रघबीर कौर, सरकारी हाई स्कूल फतेहगड़ की हैड मिस्ट्रेस बबीता कटोच, सरकारी प्राइमरी स्कूल थरियाल की इंचार्ज संगीता व अन्य सरकारी स्कूलों में मुखियों ने बताया कि तापमान चेक करने और हैंड सैनिटाइज करने के बाद ही छात्रों ने स्कूल में प्रवेश किया। इस दौरान कोविड नियमों का पालन किय गया।