हिदू बैंक के खाताधारकों ने बैंक के पूर्व एमडी सुरेश गुप्ता के घर के बाहर ढोल बजाकर दिया धरना

करीब आठ माह से अपने ही पैसे को लेकर लगातार धरने पर बैठे खाताधारकों के सब्र का बांध शनिवार को टूट गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 11:50 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 11:50 PM (IST)
हिदू बैंक के खाताधारकों ने बैंक के पूर्व एमडी सुरेश गुप्ता के घर के बाहर ढोल बजाकर दिया धरना
हिदू बैंक के खाताधारकों ने बैंक के पूर्व एमडी सुरेश गुप्ता के घर के बाहर ढोल बजाकर दिया धरना

संवाद सहयोगी,पठानकोट

करीब आठ माह से अपने ही पैसे को लेकर लगातार धरने पर बैठे खाताधारकों के सब्र का बांध शनिवार को टूट गया। खाताधारकों आज सुबह बैंक के पूर्व एमडी सुरेश गुप्ता के घर के बाहर एकत्र हुए तथा ढोल बजाकर उनके खिलाफ धरना शुरु कर दिया। धरने की अध्यक्षता कर रहे खाताधारक द्वारा बनाई गई कमेटी के प्रधान रजत प्रिस बाली, महासचिव बीआर गर्ग ने बताया कि सुरेश गुप्ता ही बैंक को इस स्थिति में पहुंचाने का मुख्य आरोपित हैं। सुरेश गुप्ता ने कुछेक लोगों से पैसे के लालच में कम कीमत की प्रापर्टियों को बैंक के पास गिरवी रख, उन्हें कहीं अधिक पैसे लोन पर दे दिया। गुप्ता के घालमेल के कारण ही बैंक अब इस स्थिति में पहुंच चुका है। गुप्ता पर पर्चा दर्ज हुए लंबा समय बीत गया है परंतु अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई। प्रदर्शनकारियों ने बैंक प्रबंधन, जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई की यदि सुरेश गुप्ता को को काबू कर लिया जाए तो किस-किस डिफाल्टर को उनकी ओर से कैसे-कैसे लोन दिया गया था, इन सभी बातों का हल निकल आएगा तथा बैंक डिफाल्टरों से 75 प्रतिशत से अधिक राशि भी बसूल कर लेगा।

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निगम व कौंसल चुनावों में वोट उसी पार्टी को जो खाताधारकों को उनका पैसा वापस दिलाए-

पंजाब सरकार तथा बैंक प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खाताधारकों ने कहा कि आगामी माह नगर निगम व कौंसल चुनाव हैं। ऐसे में जिला भर में बड़ी संख्या में बैंक के खाताधारक ऐसे है जिनकी धनराशि लंबे समय से फंसी हुई है। उन्होंने समूह खाताधारकों से आग्रह किया कि वोट उसी नेता व पार्टी को दिया जाए जोकि बैंक में जमा उनके पैसे वापस दिलाएं। अन्यथा प्रत्येक पार्टी का पूरी तरह से विरोध किया जाए। संघर्ष कमेटी के मीडिया इंचार्ज वरिद्र सागर ने कहा कि बैंक की समस्या राजीनितिक बन गई है।

बैंक को इन हालातों में पहुंचाने के लिए अब सभी पार्टियां एक-दूसरे पर दोष लगा रही हैं। किसी भी राजनितिक पार्टी कि इच्छा शक्ति ही नही है कि बैंक को पुन: चालू करवाया जाए। इस मौके पर संघर्ष कमेटी ने निर्णय लिया कि अब आगामी दिनों में इसी प्रकार एक-एक करके डिफाल्टरों के घरों के बाहर धरना दिया जाएगा।

राज चौधर

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