योग दिवस पर विशेष : योग से मिला नया जीवन, अब रोज डेढ़ घंटे करती हूं अभ्यास

पठानकोट के शास्त्री नगर की रहने वाली गृहिणी सविता शर्मा छह साल पहले अल्सर एसिडिटी थायरायड और ब्लड प्रेशर से ग्रस्त थीं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 02:00 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 02:00 AM (IST)
योग दिवस पर विशेष : योग से मिला नया जीवन, अब रोज डेढ़ घंटे करती हूं अभ्यास
योग दिवस पर विशेष : योग से मिला नया जीवन, अब रोज डेढ़ घंटे करती हूं अभ्यास

जागरण संवाददाता, पठानकोट : पठानकोट के शास्त्री नगर की रहने वाली गृहिणी सविता शर्मा छह साल पहले अल्सर, एसिडिटी, थायरायड और ब्लड प्रेशर से ग्रस्त थीं। उनके पति राजिदर शर्मा पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर थे। सविता शर्मा का बताती हैं कि एक साथ इतनी ज्यादा बीमारियों से वे और उनका परिवार भी परेशान हो गया था। पति जब सुबह कार्यालय जाने के लिए नाश्ता तैयार करने के लिए कहते तो वह परेशान हो जाती। घर के दैनिक कार्य करने में भी मुश्किल हो गया था। इस कारण जहां वह खुद परेशान होती, वहीं परिवार के बाकी लोग भी परेशान होने लगे। उसे तीन से चार डाक्टरों को भी दिखाया। जब तक दवाई लेती थीं तब तक ठीक रहती थी और उसके बाद फिर वही समस्या रहती।

एक दिन राजिदर ने अपने मित्र योग गुरु पवन सिंह मन्हास को अपनी पत्नी की समस्या के बारे में बताया, तो उन्होंने उसे 15 दिन तक सुबह-शाम आधे घंटे तक अनुलोम -विलोम, कपालभाति व प्राणायाम का अभ्यास करने के लिए कहा। मैंने रोजाना योग अभ्यास शुरू किया। मुझे राहत महसूस होने लगी। इसके बाद उपरोक्त आसनों के साथ अन्य क्रियाएं करते हुए एक घंटे तक अभ्यास करना शुरू किया। दो महीनों में दवाइयों का बोझ कम होने लगा। इसके बाद से योग जिदगी का हिस्सा बन गया। चार महीने बाद दवाइयां बंद हो गईं। अब मैं सुबह-शाम डेढ़ घंटे तक योग अभ्यास करती हूं, वहीं अपने आस पड़ोस और जान पहचान वालों को भी योग करने से होने वाले लाभों के बारे में बताती हूं। अब न तो मैं कोई दवाई लेती हूं और न हो किसी बीमारी का शिकार हूं। मेरा परिवार भी पूरी तरह से खुश है।

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