स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा का बमियाल में हुआ भव्य स्वागत, शहीदों के परिवारों और युद्ध में शामिल सैनिकों को किया सम्मानित

51 इन्फेंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर एसपी यादव ने कहा कि 1971 के भारत पाक युद्ध की जीत की स्वर्ण जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 दिसंबर 2020 को दिल्ली के अमर ज्योति स्थल से मशाल प्रज्ज्वलित कर देश की चारों दिशाओं में रवाना किया था।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 10:06 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 10:06 PM (IST)
स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा का बमियाल में हुआ भव्य स्वागत, शहीदों के परिवारों और युद्ध में शामिल सैनिकों को किया सम्मानित
स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा का बमियाल में हुआ भव्य स्वागत, शहीदों के परिवारों और युद्ध में शामिल सैनिकों को किया सम्मानित

संवाद सहयोगी, बमियाल: भारत-पाक युद्ध की जीत को समर्पित स्वर्णिम विजय वर्ष के तहत विजय मशाल यात्रा निकाली जा रही है। ये यात्रा शनिवार को कस्बा बमियाल में पहुंची। जहां शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद, शहीद परिवारों, जीओजी टीम व एनसीसी कैडेट्स ने स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा का भारत माता की जय, भारतीय सेना जिदाबाद के जयघोष के साथ भव्य स्वागत किया। इस मौके पर विशेष रूप से 51 इन्फेंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर एसपी यादव ने कहा कि 1971 के भारत पाक युद्ध की जीत की स्वर्ण जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 दिसंबर 2020 को दिल्ली के अमर ज्योति स्थल से मशाल प्रज्ज्वलित कर देश की चारों दिशाओं में रवाना किया था। इस स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा का मुख्य लक्ष्य 1971 के भारत पाक युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजनों व उस युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों से भेंट कर उनका मनोबल बढ़ाना है। उन्हें यह एहसास करवाना है कि उस युद्ध के 50 वर्ष बीत जाने के बाद भी भारतीय सेना उनके साथ खड़ी है। युद्ध में इस क्षेत्र के कई जवानों ने अपना बलिदान दिया। जिसकी वजह से भारत ने पाकिस्तान पर बेमिसाल जीत दर्ज की और एक नए देश बंगलादेश का जन्म हुआ।

वहीं महासचिव कुंवर रविदर सिंह विक्की ने कहा कि 1971 के भारत पाक युद्ध की स्वर्णिम जीत भारतीय सेना के अद्भुत शौर्य, त्याग व बलिदान का प्रतीक है। 50 वर्ष पहले लड़ी इस जंग में भारतीय सेना ने पाक सेना को हर क्षेत्र में करारी शिकस्त दी। आज भारतीय सेना द्वारा सारे भारत वर्ष में स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा निकाल शहीद परिवारों व युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों से भेंट कर उनका मनोबल बढ़ाया जा रहा है। उससे शहीद परिवार खुद गौरवान्वित होकर यह महसूस कर रहे हैं कि बेशक उन्होंने 50 साल पहले अपनों को उस युद्ध में कुर्बान कर दिया, मगर इतने वर्षों के बाद भी भारतीय सेना ने उनकी शहादत की गरिमा को बहाल रखा है।

इस मौके पर ब्रिगेडियर एसपी यादव ने शहीद सूबेदार रुप सिंह की पत्नी सोमा देवी, शहीद सिपाही गुलजार सिंह की पत्नी शीला देवी, शहीद सिपाही कस्तूरी लाल की पत्नी दर्शना देवी, शहीद सिपाही तेज सिंह की पत्नी सोमा देवी, शहीद सिपाही ओंकार सिंह की पत्नी कांता रानी, शहीद नायक जनक राज की पत्नी जीतो देवी, शहीद सिपाही संसार राम की पत्नी ज्ञानों देवी के अलावा भारत पाक युद्ध में हिस्सा लेने वाले पूर्व सैनिक हवलदार शंभूनाथ, सूबेदार हरी दास, सूबेदार तरसेम चंद, हवलदार येदिस्टर, सिपाही धर्म चंद, सूबेदार छज्जू राम, सिपाही ध्यान सिंह, कैप्टन गुरबचन सिंह आदि को उपहार भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर जीओजी टीम के इंचार्ज कैप्टन बूटा राम, सूबेदार शक्ति पठानिया, सूबेदार मेजर सरदारी लाल, हवलदार स्वर्ण सिंह, हवलदार प्रवीण चंद आदि उपस्थित थे।

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