माइनिंग माफिया पर शिकंजा कसने के लिए होगी रातभर नाकाबंदी

जिला में अवैध माइनिग और कटान नहीं थम रहा। घने कोहरे के कारण माफिया ज्यादा सक्रिय हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jan 2020 07:31 PM (IST) Updated:Wed, 15 Jan 2020 07:31 PM (IST)
माइनिंग माफिया पर शिकंजा कसने के लिए होगी रातभर नाकाबंदी
माइनिंग माफिया पर शिकंजा कसने के लिए होगी रातभर नाकाबंदी

संवाद सहयोगी, पठानकोट : जिला में अवैध माइनिग और कटान नहीं थम रहा। घने कोहरे के कारण माफिया ज्यादा सक्रिय हो गया है। इसी पर रोक लगाने के लिए तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए जिला प्रशासन ने ब्लॉक स्तर पर कमेटियां गठित की। इंटरस्टेट नाके के साथ तीन-तीन टीमों का गठन कर वन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं जोकि अपने स्तर पर भी वन संपदा की सुरक्षा करेंगी। इन टीमों में ब्लॉक अफसर, फॉरेस्ट गार्ड तथा अन्य कर्मचारियों को शामिल किया गया है। ये मुलाजिम रात बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक अवैध कटान तथा माइनिग करने वालों पर सख्त निगाह रखेंगे। अधिकारियों के अनुसार ये नाकाबंदी 31 मार्च तक जारी रहेगी। अवैध कटान के 15 मामले दर्ज

साल 2019 में विभाग ने अवैध कटान के 15 मामले दर्ज किए हैं। इन आरोपितों से दो लाख, 11 हजार, 170 रुपये वसूल किए गए हैं। ये आंकड़े 1 जनवरी 2019 से लेकर 31 दिसंबर-2019 तक हैं। ये जुर्माने पठानकोट, धार तथा दुनेरा रेंज में किए गए हैं। विभागीय अधिकारियों की माने तो इन लोगों की ओर से तीनों ब्लॉकों में इस साल कुल 69 वृक्ष काटे गए। विभाग को जैसे ही इनका पता चला तो इनके खिलाफ फॉरेस्ट कंजर्वेशन एक्ट की पालना न करने तथा पर्यावरण संरक्षण से खिलवाड़ करने पर कार्रवाई की गई। माफिया पर रोक लगाने के लिए विभाग सजग-डीएफओ

डीएफओ डॉक्टर संजीव तिवारी ने कहा कि सर्द ऋतु में अकसर ही माफिया सक्रिया हो जाता है। ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए ही विभाग की ओर से टीमें गठित की गई है। इन टीमों की ओर से यदि किसी भी जगह पर वन संपदा का नुकसान होते देखा जाता है तो तत्काल संबंधित पुलिस को सूचना देने के बाद टीमें मौके पर पहुंच जाएंगी। इसके साथ ही अर्ध पहाड़ी क्षेत्र धार, दुनेरा तथा पठानकोट के लोगों से बैठकें की जा रही है। सर्द ऋतु में माफिया पर नकेल कसने के लिए रात्रि गश्त तथा नाकाबंदी की भी विभाग की ओर से गुप्त योजनाएं बनाई जा चुकी है।

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