भारत बंद: जिले में आठ जगह प्रदर्शन करेंगे किसान, सुबह छह से शाम चार बजे तक यात्रा करने से बचें

बता दें कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान कर रखा है। इसके चलते आपकी यात्रा बाधित हो सकती है या आप बीच रास्ते में कही फंस सकते हैं। वहीं बंद को लेकर देर रात तक जिला प्रशासन रेस प्रशासन या फिर ट्रांसपोर्ट प्रशासन की ओर से दफ्तर स्कूल आदि खोलने संबंधी कोई भी आदेश जारी नहीं किए गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 07:13 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 07:13 AM (IST)
भारत बंद: जिले में आठ जगह प्रदर्शन करेंगे किसान, सुबह छह से शाम चार बजे तक यात्रा करने से बचें
भारत बंद: जिले में आठ जगह प्रदर्शन करेंगे किसान, सुबह छह से शाम चार बजे तक यात्रा करने से बचें

जागरण संवाददाता, पठानकोट: अगर सोमवार को आप कहीं जाने का प्लान बना रहे हैं तो इसे रद कर दें। बता दें कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान कर रखा है। इसके चलते आपकी यात्रा बाधित हो सकती है या आप बीच रास्ते में कही फंस सकते हैं। वहीं बंद को लेकर देर रात तक जिला प्रशासन, रेस प्रशासन या फिर ट्रांसपोर्ट प्रशासन की ओर से दफ्तर, स्कूल आदि खोलने संबंधी कोई भी आदेश जारी नहीं किए गए। बसों के अलावा ट्रेन भी प्रभावित हो सकती है। कई सामाजिक संस्थाओं और यूनियनों ने इस हड़ताल का समर्थन किया है। किसान यूनियन सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक प्रदर्शन करेंगे। हालांकि इस दौरान पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रहेगी। किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी न हो इसके लिए एक हजार से ज्यादा पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। आठ स्थानों पर लगाया जाएगा धरना

जिले में किसान समर्थकों की ओर से आठ स्थानों पर धरने लगाए जाएंगे। भारत बंद के आह्वान को सफल बनाने के लिए किसान यूनियन के नेता सामाजिक संगठनों व यूनियनों से सहयोग मांग रही है। मार्केट यूनियन के साथ सभी ट्रेड यूनियन ने इसमें शामिल होने की बात कही है। चक्की पुल, मीरथल, मामून चौक, माधोपुर, सुजानपुर पुल नंबर पांच, कथलौर पुल, तारागढ़, लदपालवां टोल प्लाजा और कैंट रेलवे स्टेशन पर धरने दिए जाएंगे। शहर में वाल्मीकि चौक से शुरू होकर गांधी चौक, पोस्ट आफिस चौक और गाड़ी अहाता चौक से होते हुए लाइटवाला चौक तक किसानों की ओर से रोष मार्च निकाला जाएगा।

वहीं डिप्टी डीईओ राजेश्वर सलारिया ने बताया कि अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। कल की स्थिति को लेकर कुछ नहीं कह सकते। हालांकि तय समय पर स्कूल खुलेंगे। वहीं सरकारी दफ्तर बंद करने संबंधी भी कोई आदेश नहीं आया है। कुछ देर बाधित रह सकता है रेल यातायात

किसान यूनियन के नेता कैंट रेलवे स्टेशन पर भी धरना देंगे। इसी प्रकार अन्य जिलों में भी किसानों ने रेल यातायात बंद करने की चेतावनी दी है। रेल प्रशासन के पास रेल यातायात को बाधित करने की सूचना है, लेकिन अभी तक ट्रेनों के संचालन, डायवर्जन, टर्मिनेशन या कैंसलेशन को लेकर फिरोजपुर स्थित रेलवे मंडल की तरफ से कोई जानकारी नही दी गई है। बंद के दौरान किसानों के ट्रैक पर बैठे रहने के दौरान रेल यातायात बंद रहेगा, लेकिन उसके तत्काल बाद शुरू कर दिया जाएगा। कौन सी ट्रेन को किस जगह पर कितनी देर के लिए रोकी जाएगी, इसे लेकर कोई जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है। पनबस यूनियन ने भी दिया हड़ताल को समर्थन, रोडवेज की बसें चलने पर संशय

पनबस यूनियन इस हड़ताल का पूरी तरह से समर्थन किया है। यूनियन के प्रधान सुखविदर सिंह का कहना है कि हम इस हड़ताल का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। यूनियन के सभी कर्मचारी इसमें शामिल होंगे। पनबस की बसें नहीं चलेंगी। वहीं प्राइवेट बस आपरेटरों ने भी इस हड़ताल का समर्थन किया है। रोबिन बस सर्विस के मैनेजर मुक्खा ने बताया कि बसें चलाने को लेकर चंडीगढ़ में फैसला लिया गया है कि इस हड़ताल का हमलोग समर्थन करेंगे। वहीं रोडवेज यूनियन इस हड़ताल को लेकर संशय में है। बसें चलाने और न चलाने को लेकर मुख्यालय की ओर से कोई फैसला अभी तक नहीं लिया गया है। डिपो के जीएम दर्शन सिंह गिल का कहना है कि इसका फैसला मुख्यालय की ओर से ही किया जाना है। सोमवार को हड़ताल और रोड जाम को देखते हुए फैसला लिया जाएगा। आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी

लदपालवां टोल प्लाजा पर धरना दे रहे किसान यूनियन के समर्थक बाबा सिंह ने बताया कि इमरजेंसी सेवाएं बाधित नहीं होंगी। लोगों से हम आह्वान कर रहे हैं कि वे कल जरूरी न हो तो घर से न निकलें। इस हड़ताल का समर्थन करें। फल व सब्जी विक्रेताओं से भी हम हड़ताल में भाग लेने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस, अगर किसी को खून की जरूरत हो, विवाह, दाह संस्कार, आपदा, फायर ब्रिगेड आदि को जाने की अनुमति रहेगी।

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