पर्यावरण दिवस : गौ सेवा संगठन और विद्या एजुकेशन सोसायटी कोरोना काल में दे रही पर्यावरण बचाने का संदेश

स साल मई महीने में आम आवंला जामून नीमअनार अमरुद के साथ-साथ पीपल व बोहड़ के पेड़ लगाए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Jun 2021 03:39 AM (IST) Updated:Sat, 05 Jun 2021 03:39 AM (IST)
पर्यावरण दिवस : गौ सेवा संगठन और विद्या एजुकेशन सोसायटी कोरोना काल में दे रही पर्यावरण बचाने का संदेश
पर्यावरण दिवस : गौ सेवा संगठन और विद्या एजुकेशन सोसायटी कोरोना काल में दे रही पर्यावरण बचाने का संदेश

जागरण संवाददाता, पठानकोट : कोरोना काल में जहां ज्यादातार लोग घरों में ही रह कर समय बिता रहे हैं, वहीं गौ सेवा संगठन के सदस्य पौधे लगाकर पर्यावरण बचाने का संदेश दे रहे हैं। उसी की तरज पर विद्या एजुकेशन सोसायटी ने भी अगले सप्ताह से पौधे लगाने की बात कही है। गौ सेवा संगठन का तीन साल पहले ही गठन हुआ था, जिसके तहत वह समाजिक कार्य करवाती है परंतु पिछले साल कोरोना में जब गतिविधियां रुक गई तो सदस्यों ने पौधा रोपन अभियान शुरू कर समय का प्रयोग किया। विद्या एजुकेशन सोसायटी 25 साल पहले गठित हुई थी और प्रत्येक वर्ष सावन महीनें में प्लांटेशन अभियान चलाकर लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश देती है।

पिछले साल तीन माह में 500 पौधे लगाए : मनमहेश

गौ सेवा संगठन के प्रधान मनमहेश शर्मा का कहना है कि तीन साल पहले 11 सदस्यों के साथ बने संगठन में आज 50 सदस्य हो चुके हैं। पिछले वर्ष कोरोना काल में संस्था की गतिविधियां रुक गई थी जिसके बाद सदस्यों ने समय का सदपुयोग करते हुए पौधे लगाने का प्रोजेक्ट तैयार किया। पिछले साल जून से अगस्त तक डेयरीवाल गौशाला में 550 पौधे लगाए थे। इस साल मई महीने में आम, आवंला, जामून, नीम,अनार, अमरुद के साथ-साथ पीपल व बोहड़ के पेड़ लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पीपल व बोहड़ के पेड़ में ज्यादा आक्सीजन होती है। ये पेड़ जब बड़े होंगे तो गौशाला में गाय इनके नीचे बैठेगी। मनमोहन शर्मा ने बताया कि गौशाला में लगाए जाने वाले पौधों को नानक बगीची में तैयार किया जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि नानक बगीची में तैयार होने वाले पौधों को जब लगाया जाता है तो वह दूसरे पौधों की तुलना तेजी से बढ़ते हैं। पौधे लगाने के बाद संस्था द्वारा रोजाना एक सदस्य की वहां पौधों को पानी लगाने के लिए ड्यूटी लगाई जाती है। उन्होंने कहा कि जुलाई में भी संस्था 150 के करीब विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाएगी। प्रत्येक वर्ष पेड़ों की संभाल करने वाले बच्चों को किया जाता है सम्मानित : विजय

विद्या एजुकेशन सोसायटी के प्रधान विजय पासी ने कहा कि 1995 में मात्र दो सदस्यों के साथ संस्था शुरू की गई थी, जिसमें आज 40 से ज्यादा सदस्य हैं। संस्था महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के काम पर जोर देती है। विजय पासी ने बताया कि संस्था द्वारा शहर के छह स्कूलों में प्रत्येक वर्ष जुलाई महीने में पौधे लगाती है। उसकी देखभाल करने के लिए यहां टीम के सदस्य समय-समय पर उसकी निगरानी करते हैं, वहीं बच्चों को भी इसकी संभाल की जिम्मेवारी दी जाती है। प्रत्येक वर्ष जुलाई महीनें में जिन स्कूलों के बच्चों ने पौधों की बढि़यां सांभ-संभाल की होती है उनमें से तीन स्कूलों के विद्यार्थियों को विशेष तौर पर सम्मानित किया जाता है। संस्था द्वारा प्रत्येक वर्ष जुलाई महीना में 500 से ज्यादा पौधे लगाने का लक्ष्य रखा जाता है। इसके अलावा प्रत्येक माह एक जरुरतमंद परिवार की कन्या की शादी करवाई जाती है। आठ विधवा महिलाओं को संस्था के सदस्य मासिक पेंशन देते हैं, जरुरतमंद परिवार की लड़कियों की वार्षिक फीस भरी जाती है व करीब दस परिवारों को मासिक राशन भी वितरित किया जाता है।

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