श्री गुरु नाभा दास पर पीएचडी करने वाले प्रथम भारतीय बने डा. पुरुषोत्तम भजूरा
उन्होंने बताया कि मुझे इस विषय पर श्री गलता धाम जयपुर राजस्थान रेवासा धाम सीकर राजस्थान में धर्माचार्य डा. राघवाचार्य डा. अवधेश आचार्य स्वर्गीय बीआर भोगल स्वामी ने प्रेरणा दी।
जागरण संवाददाता, पठानकोट: गोस्वामी श्री गुरु नाभा दास महाशा सेवा समिति द्वारा महंत सांवरिया दास के नेतृत्व में श्री गुरु नाभा दास चौक पठानकोट में समिति चेयरमैन अमरनाथ की अध्यक्षता में हुए। कार्यक्रम में समिति चीफ आर्गेनाइजर पुरुषोत्तम भजूरा को गुरु काशी यूनिवर्सिटी तलवंडी साबो पंजाब से श्री गुरु नाभा दास पर पीएचडी किए जाने पर सम्मानित किया गया। डा. पुरुषोत्तम भजूरा ने बताया कि समिति की मदद तथा गोस्वामी श्री गुरु नाभा दास जी महाराज के आशीर्वाद से भारत में गोस्वामी श्री गुरु नाभा दास जी विषय पर पहली पीएचडी की गई है, जिसमें महाशा समाज का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने बताया कि गुरु नाभा दास जी द्वारा लिखे गए धार्मिक ग्रंथ श्रीमद् भक्तमाल और भक्ति आंदोलन समय पर आधारित उनकी रिसर्च भारत में अपनी तरह की एकमात्र रिसर्च है, जिस पर अभी तक किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने बताया कि मुझे इस विषय पर श्री गलता धाम जयपुर राजस्थान, रेवासा धाम सीकर राजस्थान में धर्माचार्य डा. राघवाचार्य , डा. अवधेश आचार्य, स्वर्गीय बीआर भोगल स्वामी ने प्रेरणा दी। इनके द्वारा प्रदत्त शक्ति से मैं आज डा. आफ फिलासफी की डिग्री प्राप्त कर पूरे भारत में गोस्वामी श्री गुरु नाभा दास जी का धर्म प्रचार और उनकी दी हुई शिक्षाओं के प्रति लोगों को जागरूक कर महाशा समाज का नाम रोशन करुंगा।
उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य यही है कि महाशा समाज उच्च शिक्षा प्राप्त करे और भारत का नाम रोशन करे। मौके पर सुजानपुर से अकाली दल बहुजन समाज पार्टी के संयुक्त उम्मीदवार राजकुमार गुप्ता उर्फ बिंट्टू प्रधान विशेष रूप से मौजूद रहे।
इसके अलावा मौके पर महंत सांवरिया दास, चेयरमैन अमरनाथ महासचिव टी आर लोतरा, मास्टर सुदर्शन, टेकराम, सुरजीत कुंडा, रुलदु राम, ताराचंद, हेमराज, श्याम, दर्शन, विनोद, बिदु, बलम्बरी, शाम, पुन्नू, जीत, केबल, रामदास, बीना देवी, कंसो देवी, श्रेष्ठा देवी, अलका देवी, वीरा, परमजीत, रजनी बाला इत्यादि भी उपस्थित हुए।