कारोबारियों को तंग नहीं सहयोग करे प्रशासन
जिला व्यापार मंडल के प्रधान इंद्रजीत गुप्ता के नेतृत्व में शुक्रवार को बैठक हुई।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : जिला व्यापार मंडल के प्रधान इंद्रजीत गुप्ता के नेतृत्व में शुक्रवार को बैठक हुई। इसमें एसडीएम गुरसिमरनजीत सिंह ढिल्लो विशेष रूप से पहुंचे। प्रधान इंद्रजीत गुप्ता, चेयरमैन विवेक माडिया, महासचिव नरेंद्र वालिया व स्टेट अवार्डी समीर शारदा ने एसडीएम को बुक्के भेंट कर सम्मानित किया। इंद्रजीत गुप्ता ने पटाखा कारोबारियों को आ रही परेशानियों के बारे मे बताया। उन्होंने कहा कि कुछ चुनिदा व्यापारियों को ही पटाखा बेचने का लाइसेंस जारी किया जाता है। लाइसेंस की चाह में व्यापारी पहले ही लाखों रुपये निवेश कर चुके हैं। इसलिए आगामी वर्ष से डेढ़ महीना पहले ही लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू की जाए। जिन छोटे दुकानदारों का पुराना पटाखा बच जाता है, उसे सेल करने के लिए भी नियम निर्धारित किए जाएं। विवेक माडिया, नरेंद्र वालिया, समीर शारदा, निर्मल सिंह पप्पू, परमजीत सिंह पम्मा सैनी, केवल शर्मा, व विजय महाजन ने शहर में पार्किंग की अव्यवस्था का मुद्दा उठाया। इसके लिए बंद हो चुके डलहौजी रोड के पशु अस्पताल का उपयोग किया जाए। मुख्य बाजार में एक सरकारी स्कूल पर आसपास के दुकानदारों का कब्जा रहता है। स्कूल में बेहद कम बच्चे पढ़ते हैं, उन्हें शहीद मक्खन सिंह सीसे स्कूल में आसानी से शिफ्ट किया जा सकता है और उक्त खाली हुई स्कूल की जगह को वेंडरों और रेहड़ी वालों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। प्रधान इंद्रजीत गुप्त ने कहा कि जिला व्यापार मंडल जिला प्रशासन के साथ व्यापार और व्यापारी की समस्याओं को हल करवाने के लिए हर समय खड़ा है, बशर्तें प्रशासन भी उनका सहयोग करें। एसडीएम गुरसिमरनजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि जिला प्रशासन को शहर निवासियों का सहयोग बेहद जरूरी है, तभी वह उनकी समस्याओं और परेशानियों को अच्छे से समझ पाता है और उसे हल करता है। इस मौके पर सीनियर उपाध्यक्ष निर्मल सिंह पप्पू, सुरेश महाजन राजू सराफ, सैनी महासभा अध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा सैनी, राकेश महाजन बिट्टा, केवल शर्मा, विजय कुमार, मनोज अरोड़ा, अमित महाजन सोनु, रोहित बहल, शिव सैनी, वेलकम कमेटी चेयरमैन विजय महाजन, संजू महाजन, अजय बागी ,जीतू महाजन, डा.विशाल अरोड़ा, सुधाकर अहलुवालिया, दीपक वालिया, विनोद कुमार, अंकुर शर्मा, अजय कुमार बहल, केवल कुमार,बोध राज के अतिरिक्त अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।