प्रदेश सरकार पर बरसे डिप्लोमा इंजीनियर, किया प्रदर्शन
काउंसिल आफ डिप्लोमा इंजीनियर पंजाब ने अपनी मांगों को लेकर प्रधान राजकुमार शर्मा की अध्यक्षता में जिलाधीश कार्यालय के बाहर रोष प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, सुजानपुर।
काउंसिल आफ डिप्लोमा इंजीनियर पंजाब ने अपनी मांगों को लेकर प्रधान राजकुमार शर्मा की अध्यक्षता में जिलाधीश कार्यालय के बाहर रोष प्रदर्शन किया। प्रधान राजकुमार शर्मा ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से छठे वेतन की जो रिपोर्ट लागू की गई है पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी है। पंजाब सरकार छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट में संशोधन करें व वर्ष 2011 में संशोधित स्केल को 2.64 के साथ गुणा करके इंजीनियर को लाभ दें। सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाए, नई पेंशन स्कीम रद्द की जाए, चंडीगढ़ की तर्ज पर जूनियर इंजीनियर की तरक्की का कोटा 75प्रतिशत करें। अगर सरकार की ओर से उनकी मांगों को नहीं माना गया तो राज्य स्तर पर जोरदार संघर्ष छेड़ा जाएगा जिसकी सारी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि 25 जून को लुधियाना में होने वाली बैठक में संघर्ष की अगली रूपरेखा तय की जाएगी। इस अवसर पर इंजीनियर संजीव सैनी, इंजीनियर रमेश कुमार, इंजीनियर नितिन धीमान, इंजीनियर दिनेश लाहोरिया, इंजीनियर अमित महाजन ,इंजीनियर संदीप खन्ना ,इंजीनियर मनदीप सिंह, इंजीनियर दीपक ,इंजीनियर नरेश कुमार ,सतपाल ,बलवीर सिंह ,प्रदीप कुमार, रमेश कुमार, धवन आदि उपस्थित थे। कंप्यूटर अध्यापक यूनियन की रोष रैली चार जुलाई को
कंप्यूटर अध्यापक यूनियन पठानकोट के जिला प्रधान अमनदीप सिंह ने प्रेस नोट जारी करते बताया कि शिक्षा विभाग की पिकटस सोसाइटी के अधीन काम कर रहे रेगुलर कंप्यूटर अध्यापकों की शिक्षा विभाग में मर्जिंग की मांग के संबंध में शिक्षा मंत्री पंजाब विजय इंदर सिगला और शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार के साथ पिछले लंबे समय से मीटिग की जा चुकी है। कंप्यूटर अध्यापकों को सरकार की तरफ से आई.आर, मेडिकल सुविधा और एसीपी. जैसे लाभ नहीं दिए जा रहे। इसलिए कंप्यूटर अध्यापक यूनियन ने चार जुलाई को पटियाला में रैली करने का फैसला किया है।