सरकारी ओपीडी बंद.. डिप्रेशन और नींद की समस्या के मरीजों को नहीं मिल रहा इलाज
जब से डाक्टर हड़ताल पर गए सभी सुविधाएं मिलनी बंद हो गई और सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही दी जा रही हैं। इसी बीच डाक्टरों द्वारा हड़ताल दौरान मरीजों को ध्यान में रखते हुए पैरलल ओपीडी भी शुरू की गई है लेकिन पैरलल ओपीडी में सरकारी ओपीडी की सभी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। मानसिक रूप से परेशान मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ता है क्योंकि पैरलल ओपीडी में सिर्फ बुखार खांसी व जुकाम की दवा ही मुहैया करवाई जा रही है।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : जिले में जब से डाक्टर हड़ताल पर चल रहे हैं, तभी से सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जैसे नींद की दवा न मिलना, डिप्रेशन की दवा, दौरे वाली दवा, नशे को कंट्रोल करने वाली दवा, ब्लड टेस्ट न होना, सामान्य एक्सरे न होना आदि। सरकारी अस्पताल में मरीजों को चेकअप करवाने, सरकारी डिस्पेंसरी से निश्शुल्क दवा लेने, एक्स-रे, सरकारी ब्लड टेस्ट सहित कई प्रकार की सुविधा मिल रही थी। जब से डाक्टर हड़ताल पर गए सभी सुविधाएं मिलनी बंद हो गई और सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही दी जा रही हैं। इसी बीच डाक्टरों द्वारा हड़ताल दौरान मरीजों को ध्यान में रखते हुए पैरलल ओपीडी भी शुरू की गई है, लेकिन पैरलल ओपीडी में सरकारी ओपीडी की सभी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। मानसिक रूप से परेशान मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ता है क्योंकि पैरलल ओपीडी में सिर्फ बुखार, खांसी व जुकाम की दवा ही मुहैया करवाई जा रही है। रोजाना आ रहे मानसिक बीमारी के 40 मरीज
मानसिक रोग विशेषज्ञ डाक्टर सोनिया मिश्रा ने कहा कि सिविल में रोजाना मानसिक बीमारी वाले 40 के करीब मरीज आ रहे हैं। इनमें डिप्रेशन वाले बीस के करीब, नींद न आने वाले 15 के करीब, दौरे वाले मरीज पांच के करीब आ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से आ रही समस्या
जतिन कुमार, नीरज, मुनीश, नवीता ने बताया कि वह सिविल में डिप्रेशन, नींद न आने वाली, दौरे की दवा लेने के लिए पिछले एक सप्ताह से चक्कर काट रहे हैं। सरकारी डिस्पेंसरी बंद होने के कारण उन्हें दवा प्राप्त नहीं मिल पा रही हैं। अगर बाहर प्राइवेट मेडिकल स्टोर पर भी जाते है तो उन्हें वहां से भी यह दवा नहीं मिल पा रही, जिस वजह से उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सारा स्टाफ हड़ताल पर, इस कारण आ रही समस्या : एसएमओ
एसएमओ डा. राकेश सरपाल ने बताया कि इमरजेंसी सेवाएं चालू हैं। इसमें ब्लड टेस्ट, एक्स-रे सहित अन्य मेडिकल सुविधा दी जा रही है। हड़ताल पर पैरामेडिकल स्टाफ, रेडियोग्राफर यूनियन, फार्मासिस्ट भी होने के कारण मरीजों को समस्या आ रही है। अगर किसी को बहुत इमरजेंसी होने पर कोई सुविधा लेने समस्या आ रही है तो वह उनसे संपर्क कर सकता है। उनकी समस्या का हल करवाया जाएगा।