दिल्ली से संपर्क अभी दूर, ट्रेनों की संख्या भी हुई कम

किसानों का रेल रोको आंदोलन समाप्त होने के बाद भी ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 10:28 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 10:28 PM (IST)
दिल्ली से संपर्क अभी दूर, ट्रेनों की संख्या भी हुई कम
दिल्ली से संपर्क अभी दूर, ट्रेनों की संख्या भी हुई कम

जागरण संवाददाता, पठानकोट : किसानों का रेल रोको आंदोलन समाप्त होने के बाद भी ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाया है। शुक्रवार को जम्मूतवी के लिए मात्र एक ही ट्रेन चली, जबकि जम्मूतवी से दुर्ग, अंबेडकर नगर व वाराणसी के लिए केवल तीन गाड़ियां चली। ट्रेनों की संख्या कम होने के बावजूद भी यात्रियों ने आगामी दिनों के लिए रिजर्वेशन करवाने का काम शुरू कर दिया है। कैंट व सिटी रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को 20 से अधिक लोगों ने दिल्ली, वाराणसी, इंदौर के लिए अपनी सीटें बुक करवाई। ट्रेनों की संख्या कम होने पर रेलवे अधिकारी बोलने को तैयार नहीं। लेकिन, दबी जुबान में इतना जरुर कह रहे हैं कि आने वाले दिनों में ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी कर यात्रियों को राहत पहुंचाई जाएगी।

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शु्क्रवार को आई केवल एक सवारी गाड़ी

शुक्रवार को जम्मूतवी के लिए केवल वाराणसी से बेगमपुरा एक्सप्रेस ही आई। ट्रेन सुबह 9:15 बजे अपने निर्धारित समय पर पठानकोट कैंट स्टेशन पहुंची। ट्रेन में 14 पैसेंजर उतरे जो लगभग सभी सेना से संबंधित थे। वापसी पर जम्मूतवी से दुर्ग के लिए पहली ट्रेन सुबह 9:15 बजे पठानकोट कैंट पहुंची। ट्रेन में छत्तीसगढ़ के लिए छह यात्री सवार हुए। इसके बाद 11 बजे मालवा सुपरफास्ट व शाम 4 बजे वाराणसी के लिए बेगमपुरा सुपरफास्ट पहुंची। उक्त दोनों ट्रेनों में 18 यात्री रवाना हुए। राहत वाली बात यह रही कि मुंबई से जम्मूतवी के लिए चलने वाली पार्सल स्पेशल ट्रेन कैंट स्टेशन पहुंची। ट्रेन में 20 नग थे, जिसमें रेडीमेड गारमेटस व इलेक्ट्रानिक्स का सामान था जो दिल्ली से पठानकोट के लिए बुक हुआ था।

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दिल्ली के लिए ट्रेनें बढ़ाए रेलवे व्यापार मंडल पठानकोट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित नय्यर, रेडीमेड गारमेंटस यूनियन के चेयरमैन मनमहेश शर्मा ने कहा कि किसान आंदोलन समाप्त होने के बाद यहा आम लोगों को राहत मिली है वहीं व्यापारियों को भी इससे राहत मिलने लगी है। कहा कि पार्सल गाड़ियां चलाने के साथ-साथ दिल्ली जाने वाली गाड़ियों में बढ़ोतरी की जाए। अमित नय्यर ने कहा कि पिछले चार दिनों से रेलगाड़ियां तो चल रही है। लेकिन, दिल्ली के लिए अभी तक एक भी ट्रेन नहीं चली। शुक्रवार को भले दुर्ग जाने वाली ट्रेन दिल्ली के लिए गई हो। लेकिन, दिल्ली के लिए परापर ट्रेन रोजाना होनी चाहिए। जिसमें राजधानी सहित शालीमार या उत्तर संपर्क क्रांति को भी चलाकर आम यात्रियों के साथ-साथ व्यापारियों को भी राहत पहुंचाई जाए।

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