सीएम ने डेरा स्वामी जगत गिरी आश्रम के विकास के लिए 51 लाख रुपये देने की घोषणा की

सीएम चरणजीत सिंह चन्नी लोगों के बीच बैठकर सत्संग में शामिल हुए। उन्होंने आश्रम के लिए 51 लाख रुपये देने की घोषणा की है। इसके अलावा आश्रम की ओर जाने वाली सड़क को चौड़ा करने का वचन दिया। उन्होंने आश्रम परिसर में एमकेएम पब्लिक स्कूल में एक छात्रावास की आधारशिला भी रखी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:56 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 11:56 PM (IST)
सीएम ने डेरा स्वामी जगत गिरी आश्रम के विकास के लिए 51 लाख रुपये देने की घोषणा की
सीएम ने डेरा स्वामी जगत गिरी आश्रम के विकास के लिए 51 लाख रुपये देने की घोषणा की

जागरण संवाददाता, पठानकोट : मुख्यमंत्री रविवार देर शाम को स्वामी जगत गिरि आश्रम में पहुंचे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा और राजस्व मंत्री अरुणा चौधरी भी मौजूद थीं।

डेरा स्वामी जगत गिरी आश्रम में आयोजित समारोह के अंत में स्वामी गुरदीप गिरी महाराज ने संतों की महिमा के बारे में कहा कि किसी की वेष भूषा के कारण उसे संत नहीं कहा जाता बल्कि संत वह होता है जो किसी के साथ भेदभाव नहीं करता, सबका भला चाहता है, समाज में परमार्थ करता है, दूसरों की भलाई के लिए सर्वस्व लुटा देता है। ऐसे संतों की तुलना सतगुरु रविदास जी ने परमात्मा के साथ की है। ऐसे संतों की शरण में हम मानव जीवन को सफल बना सकते हैं।

इस दौरान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी लोगों के बीच बैठकर सत्संग में शामिल हुए। उन्होंने आश्रम के लिए 51 लाख रुपये देने की घोषणा की है। इसके अलावा आश्रम की ओर जाने वाली सड़क को चौड़ा करने का वचन दिया। उन्होंने आश्रम परिसर में एमकेएम पब्लिक स्कूल में एक छात्रावास की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने पहले ही जालंधर के डेरा सचखंड बल्लान में श्री गुरु रविदास चेयर स्थापित करने की घोषणा कर दी है और आने वाले दिनों में इसे जल्द ही कैबिनेट की मुहर मिल जाएगी।

वह राज्य के व्यापक विकास और उसके लोगों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए कर्तव्यबद्ध है। हालांकि सरकार के पास सीमित समय है, लेकिन उन्होंने राज्य की प्रगति में तेजी लाने के लिए सरकारी मशीनरी के पहियों को पहले ही चालू कर दिया है। चन्नी ने दोहराया कि राज्य सरकार राज्य की प्रगति और अपने लोगों की समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

मुख्यमंत्री ने स्वामी गुरदीप गिरि से आशीर्वाद लेते हुए इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार समयबद्ध तरीके से गरीब हितैषी पहलों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है। समाज के कमजोर वर्गो को वहनीय गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि समाज के वंचित तबके के युवा समाज के विकास में योगदान दे सकें। बाद में मुख्यमंत्री ने काली माता मंदिर का भी दर्शन किया। इस दौरान विधायक अमित विज, सुशील कुमार रिकू और जोगिदर पाल, मेयर पन्ना लाल भाटिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र लांबा, अतिरिक्त उपायुक्त संदीप सिंह गढ़ा व अन्य मौजूद थे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर शाम तक चलती रही खींचतान, भोआ में धरी रह गई तैयारियां

मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आगमन को लेकर शाम चार बजे तक संशय बरकरार था। प्रशासान के पास भी सूचना नहीं आई थी कि मुख्यमंत्री का जिले में कोई कार्यक्रम है। हालांकि सुबह करीब 11 बजे कांग्रेस के नेताओं के पास वाट्स एप पर जरूर एक मैसेज आया था कि मुख्यमंत्री रविवार को दीनानगर में कार्यक्रम के बाद यहां पर आएंगे, लेकिन अधिकारिक तौर पर यह स्पष्ट नहीं हो रहा था। इसको लेकर अधिकतर कांग्रेस के नेता भी उधेड़बुन में थे। शाम पांच बजे यह स्पष्ट हुआ कि मुख्यमंत्री डेरा स्वामी जगत गिरी आश्रम में आएंगे। रविवार सुबह पता चला कि उनका जिले में चार जगहों पर आने का कार्यक्रम है। अचानक मुख्यमंत्री के आगमन और कार्यक्रमों में हुए फेरबदल के पिछे पठानकोट व भोआ के विधायकों की जिद बताई जा रही है। भोआ के विधायक जोगिदर पाल ने सबसे पहले मुख्यमंत्री के पास यह प्रस्ताव रखा कि वे दीनानगर आ रहे हैं तो उनके क्षेत्र में भी आएं। शुरुआत में समय की कमी बताते हुए इसे मना कर दिया गया। इसके बाद पठानकोट के विधायक अमित विज ने भी आने का प्रस्ताव रखा। दो विधायकों के प्रस्ताव को लेकर प्रोग्राम अधिकारी भी असमंजस्य में आ गए। दोनों को साफ मना कर देना संभव नहीं लग रहा था। समय की कमी और मुख्यमंत्री के अचानक कार्यक्रम को इस तरह मोड़ना भी संभव नहीं लग रहा था। अंतत: हामी भर दी गई। दोनों जगह दो-दो जगह कार्यक्रम निर्धारित किया गया। पठानकोट में सबसे पहले मुख्यमंत्री डेरा स्वामी जगत गिरी आश्रम पहुंचे। वहां पर करीब एक घंटे बाद काली माता मंदिर में माता टेकने के लिए पहुंचे।

इसके बाद भोआ क्षेत्र के गुरुद्वारा श्री बारठ साहिब में नतमस्तक होने के बाद सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कार्यक्रम रखा गया था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए स्थानीय नेता भोआ पहुंच चुके थे। वहां पर इनको पता चला कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को अचानक रद कर दिया गया है। इसका कारण वर्करों के अंधेरा होना बताया गया। हालांकि स्थानीय नेताओं का कहना है कि अचानक कैबिनेट की मीटिग आ जाने के कारण इन कार्यक्रमों को रद करना पड़ा। कही पर भी उन्होंने मीडिया से बातचीत नहीं की।

जगत गिरी आश्रम की ग्राउंड में जिला प्लानिग बोर्ड के चेयरमैन अनिल दारा और इन्फोटेक के वाइस चेयरमैन कार्तिक वडैहरा ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व व गृह मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा का स्वागत किया। अनिल दारा ने बताया कि मुख्यमंत्री व गृह मंत्री स्वामी जगत गिरी आश्रम में माथा टेकने के लिए आए हैं। यहां पर लोगों की आपर श्रद्धा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह के नेतृत्व में प्रदेश के अंदर विकास कार्यो ने तेजी पकड़ ली है। मुख्यमंत्री सहित उनकी पूरी कैबिनेट तेजी से कार्य कर रही है। उपमुख्यमंत्री सरदार सुखजिद्र सिंह रंधावा पठानकोट के विकास कार्यों को प्रमुख्ता से उठाकर उसका समाधान करवा रहे हैं। जिसकी जीती जागती मिसाल हिदू बैंक को दोबारा पांव पर खड़े करना है। हजारों लोगों के पैसों को सुरक्षित करने के बाद उन्हें वापिस मिलने की उम्मीद जगाई। बैंक दोबारा अपने पांव पर खड़ा होगा जिसका श्रेय उपमुख्यमंत्री को जाता है।

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