एक सप्ताह बीता, पूर्व सीएम व सेहत मंत्री का नहीं उतरा बोर्ड
सविल अस्पताल प्रबंधन चरणजीत सिंह चन्नी को प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं मानते। सुनने को यह बात अटपटी लगती है लेकिन अस्पताल परिसर में लगे पूर्व मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के बोर्ड कुछ यही बात बयां कर रहे हैं। एक सप्ताह पहले प्रदेश में कैप्टन अमरिदर सिंह की जगह पर कांग्रेस हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी को प्रदेश की बागडोर सौंपने का फैसला किया था।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : सिविल अस्पताल प्रबंधन चरणजीत सिंह चन्नी को प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं मानते। सुनने को यह बात अटपटी लगती है लेकिन अस्पताल परिसर में लगे पूर्व मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के बोर्ड कुछ यही बात बयां कर रहे हैं। एक सप्ताह पहले प्रदेश में कैप्टन अमरिदर सिंह की जगह पर कांग्रेस हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी को प्रदेश की बागडोर सौंपने का फैसला किया था। चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सभी सरकारी कार्यालयों व हाईवे पर लगे पूर्व मुख्यमंत्री के बोर्डों को हटाकर उनके स्थान पर नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बोर्ड लगा दिए गए थे परंतु सिविल अस्पताल में आज भी पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू के बैनर लगे हुए हैं। इन्हें हटाने की न किसी अधिकारी ने जहमत उठाई और न ही सीएमओ व एसएमओ इन्हें हटाने को लेकर गंभीर हैं। बाहर से आने वालों की नजर में आज भी प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ही चल रहे हैं।
बीती 20 सितंबर को प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री के स्थान पर जैसे ही चरणजीत सिंह चन्नी का नाम फाइनल हुआ तो उसके अगले ही दिन सरकारी कार्यालयों में लगे कैप्टन अमरिदर सिंह के कैलेंडर, बोर्ड व होर्डिग्स को हटा दिया गया। नगर निगम पठानकोट की टीम ने स्पेशल पूरे एरिया का सर्वे कर जहां-जहां भी उनके बोर्ड लगे थे उन्हें उतरवा दिया गया। उनके स्थान पर कांग्रेस हाईकमान द्वारा नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बैनर व होर्डिंग्स लगा दिए गए थे, ताकि लोगों को पता चल सके कि अब प्रदेश की बागडोर चन्नी के हाथ में है।
दैनिक जागरण टीम ने सिविल अस्पताल पठानकोट का दौरा किया तो देखा कि एसएमओ कार्यालय के एंट्री गेट से पहले ही आयुष्मान कार्ड बनाने वाले काउंटर के बाहर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री की फोटो वाला बैनर लगा हुआ है जो लोगों को सरबत सेहत बीमा योजना का लाभ लेने का संदेश दे रहा है। वहां खड़े लोग आपस में बातें कर रहे थे कि मुख्यमंत्री तो बदल चुका है परंतु अभी तक अस्पताल में पुराने मंत्रियों के ही बोर्ड लगे हुए हैं।कर्मचारियों से बात की तो उनका कहना था कि वह अपनी मर्जी से किसी के भी बोर्ड नहीं हटा सकते।
जल्द हटवा देंगे बोर्ड : सीएमओ
उधर, इस संदर्भ में जब सीएमओ डाक्टर हरविंद्र सिंह से इस मसले पर बात की तो उनका कहना था कि मामले उनके ध्यान में नहीं था। अब आ गया है वह पहल के आधार पर पुराने बोर्डों को हटवा देंगें।