सत्ता पक्ष ने बजट को सराहा तो विपक्ष ने कोरा मजाक बताया
सरकार ने आगामी वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इसमें सभी वर्गों को किसी न किसी रूप में टच किया है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : सरकार ने आगामी वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इसमें सभी वर्गों को किसी न किसी रूप में टच किया है। बजट को यहां सत्ता पक्ष अपनी उपलब्धि बता रहा है तो वहीं विपक्ष इसे कोरा मजाक बता रहा है। सत्ता पक्ष का कहना है कि बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है। जबकि विपक्ष का कहना है कि छह महीने बाद चुनाव आ जाने हैं। ऐसे में जितनी घोषणाएं हुई हैं उसमें से कितनी सिरे चढ़ती हैं यह तो समय ही बताएगा। सभी वर्गाें का रखा गया है ख्याल : बैंस (29)
कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष संजीव बैंस का कहना है कि बजट में कैप्टन सरकार ने सभी वर्गों के लिए कुछ न किया कुछ किया है। बुढ़ापा पेंशन राशि, शगुन स्कीम, किसानों के लिए सुविधा से लेकर महिलाओं को बसों में निश्शुल्क यात्रा आदि की घोषणाएं करके उन्होंने बता दिया है कि यह बजट सभी वर्गों के लिए लाभकारी है। पांच साल पहले होने वाले काम अभी भी अधूरे : विजय (30)
भाजपा के जिला अध्यक्ष विजय शर्मा का कहना है कि सरकार ने पांच साल पहले जनता से जो वायदे किए थे उनमें से अभी भी कई वायदे अधूरे हैं। अंतिम बजट केवल चुनाव को देख कर बनाया गया है। इसमें मुलाजिमों के लिए कई ऐसे घोषणाएं की गई हैं जिन्हें अक्टूबर में लागू करने की बात हुई है। जबकि नवंबर-दिसंबर में तो सरकार का कार्यकाल ही पूरा होने वाला है।
पता नहीं घोषणाएं पूरी होंगी भी की नहीं : लाल चंद कटारुचक्क (34)
आप नेता लाल चंद कटारुचक्क ने कहा कि बातें 2017 में कही थी, लेकिन इन्हें लागू करने की बात अंतिम बजट में की जा रही है। पता नहीं है कि इनमें से कितनी बातें पूरी होंगी भी की नहीं। अधिकतर घोषणाएं ऐसी हैं कि जो पूरी होती नहीं दिखती। लिहाजा बजट में जनता के लिए कुछ खास नहीं है।