ड्रिप योजना के तहत 376 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार, 10 करोड़ से बनेंगी दस ईको हट्स
बैठक के दौरान चेयरमैन संजय श्रीवास्तव ने आरएसडी बांध परियेाजना की झील में सिल्ट को रोकने के लिए तथा झील में से प्रदूषित सामान को आने से रोकने के बारे विचार विमर्श किया।
संवाद सहयोगी, जुगियाल: रणजीत सागर बांध परियोजना की झील की आयु बढ़ाने, इसमें आ रही सिल्ट को रोकने, पर्यटन व अन्य विकास गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के चेयरमैन संजय श्रीवास्तव, चीफ इंजीनियर सीपी सिंह व अन्य अधिकारियों ने दौरा किया।
निरीक्षण के दौरान संजय श्रीवास्तव ने डैम प्रशासन के महाप्रबंधक इंजीनियर एसके सलुजा, चीफ इंजीनियर आरडी सावा, एसई हेडक्वार्टर नरेश महाजन, इंजीनियर लखविदर सिंह व अन्य अधिकारियों से बैठक की। बैठक से पहले शहीदी स्मारक पर पहुंच कर बांध के निर्माण के दौरान शहीद हुए कर्मचारियों को पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी गई। बैठक के दौरान चेयरमैन संजय श्रीवास्तव ने आरएसडी बांध परियेाजना की झील में सिल्ट को रोकने के लिए तथा झील में से प्रदूषित सामान को आने से रोकने के बारे विचार विमर्श किया। उन्होंने बताया कि बांध परियोजना तीन राज्यों की सीमाओं के साथ लगने के कारण सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने की जरूरत है। यहां से पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिल सकता है।
उन्होंने कहा कि भाखड़ा व अन्य बांधों पर सुरक्षा व्यवस्था को बहुत ही अच्छे तरीके से बढ़ाया गया है। वहीं महाप्रबंधक संदीप कुमार सलुजा ने बताया कि बांध प्रशासन ने ड्रिप योजना के तहत पूर्ण विकास के लिए 376 करोड रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इसमें से 70 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार व 30 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देगी। इसके साथ बांध परियोजना की झील में सिल्ट को रोकने, कैचमैंन एरिया में पौधारोपण करने, चेक डैम बनाने, क्रेट बनाने व अन्य कई योजनाओं के लिए 60 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। बांध परियोजना पर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए दस ईको हट्स तैयार करने की योजना है, जिस पर लगभग दस करोड़ रुपये खर्च होगें। इन हट्स को डैम स्थल से अलग स्थान पर बनाने का कार्य किया जाएगा, जिसके लिए अलग से रोड भी बनाने की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर एसई व्यास देव, एक्सईएन हेडक्वार्टर लखविद्र सिंह भी मौजूद रहे।