कोरोना के बाद अब डेंगू हावी.. 16 नए मामले, 14 शहरी इलाकों से मिले

शनिवार को सेहत विभाग के पास पहुंची रिपोर्ट के अनुसार 16 लोग पाजिटिव मिले हैं। अब तक 158 डेंगू पाजिटिव मिल चुके हैं। इसके बाद भी निगम प्रशासन की आंखें नहीं खुल रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 10:24 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 10:24 PM (IST)
कोरोना के बाद अब डेंगू हावी.. 16 नए मामले, 14 शहरी इलाकों से मिले
कोरोना के बाद अब डेंगू हावी.. 16 नए मामले, 14 शहरी इलाकों से मिले

जागरण संवाददाता, पठानकोट: नगर निगम के लाख दावों के बाद भी डेंगू के केस कम नहीं हो रहे हैं। कोरोना के बाद अब डेंगू हावी हो रहा है। शनिवार को सेहत विभाग के पास पहुंची रिपोर्ट के अनुसार 16 लोग पाजिटिव मिले हैं। अब तक 158 डेंगू पाजिटिव मिल चुके हैं। इसके बाद भी निगम प्रशासन की आंखें नहीं खुल रही हैं।

जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है। हर रोज मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इससे सेहत विभाग के अधिकारी भी चितित हैं। उनका कहना है कि अब शहर के हर क्षेत्र से डेंगू के मरीज आ रहे हैं। शहर में सफाई के साथ फागिग की काफी जरूरत है। इसके नगर निगम को लिखा गया है। सरकारी अस्पताल और निजी अस्पतालों में बुखार के मरीजों की लाइन लगी हुई है। सीएमओ का कहना है कि लगातार टीम भेजी जा रही है और ब्लड के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। मरीजों को दवाई भी बंटवाई जा रही है।

सेहत विभाग की एपिडेमोलाजिस्ट डा. साक्षी का कहना है बारिश आते ही जगह-जगह जल जमाव और गंदे पानी की वजह से मच्छरों का पनपना तेजी से शुरू हो जाता है। इस कारण डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां तेजी से पैर पसारने लगती हैं।

बदहाल व्यवस्था के कारण फैल रहा डेंगू

डेंगू का कहर जारी है। हर रोज औसतन 14 मरीज डेंगू पाजिटिव आ रहे हैं। सेहत विभाग की ओर से आठ कालोनियों को किया हाई रिस्क जोन घोषित कर दिया गया है। नगर निगम को इन कालोनियों व मोहल्लों में विशेष ध्यान देने को कहा गया है। इनमें सप्ताह में दो बार फागिग के साथ नालियों की सफाई, पानी लीकेज बंद करने व बदहाल सफाई व्यवस्था को ठीक करने के लिए कहा है। दैनिक जागरण की ओर से लगातार इन कालोनियों व मोहल्लों का सर्वे किया जा रहा है। शनिवार को हाई रिस्क जोन में शामिल श्री रामशरणम् कालोनी और चार मरला क्वार्टर में जांच की गई। अभी भी इन दोनों कालोनियों में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। नालियां जाम हैं, गलियों में पानी भरा हुआ है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। श्री रामशरणम् कालोनी: बरसाती पानी की नहीं हो रही निकासी

पठानकोट के श्री रामशरणम् कालोनी पाश एरिया में शामिल है। इस कालोनी में भी डेंगू के केस मिल रहे हैं। यहां के लोगों का कहना है कि कुछ प्लाटों में झाड़ियों की वजह से मच्छर की पैदावार होती है। उन्होंने बताया कि जो प्लाट उनकी कालोनी में खाली पड़े उनकी सफाई नहीं होती। कालोनी की गली नंबर एक और दो में सड़क टूटी है, जिसमें गड्ढे बने हुए हैं। बरसात के दिनों में यहां से पानी की निकासी नहीं हो पाती। पानी सड़कों पर खड़ा रहने से भी डेंगू पैदा होने का डर बना रहता है। उनकी मांग है कि उनकी सड़कें फिर से बनाई जाए। कालोनी वासियों ने बताया कि मौसम बदलने से उनके कालोनी में लोग बीमार पड़ रहे हैं। चार मरला क्वार्टर: खुली नालियां डेंगू को दे रही दावत

पठानकोट के चार मरला क्वार्टर में डेंगू के सबसे अधिक केस मिल रहे हैं। यहां की नालियों की दशा काफी खराब है। मोहल्ला वासियों का कहना है कि उनकी गलियों में नालियों और नालों की सफाई नहीं होती। सारा दिन पर मच्छर मंडराते रहते हैं। वह कई बार अपने पार्षद रजनी को बता चुके हैं, लेकिन वह उनकी बात पर कोई ध्यान नहीं देती। कई गलियों में लोगों को सीवरेज की भी दिक्कत है। उनका कहना है कि जब भी बारिश होती है तो उस पानी की निकासी का कोई रास्ता नहीं है। बारिश का पानी ओवरफ्लो होने के कारण गंदा पानी भी आता है। कूड़ा एकत्रित करने का भी कोई स्थान नहीं है। लोगों ने घर के पास कहीं खुले जगह पर खुद ही कूड़े के डंप बना दिए हैं।

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