ट्रैफिक लाइटों के साथ अधिकारियों की भी आंखें बंद

जिले में ट्रैफिक समस्या दिन प्रतिदिन विकराल होती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 05:08 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 05:08 PM (IST)
ट्रैफिक लाइटों के साथ अधिकारियों की भी आंखें बंद
ट्रैफिक लाइटों के साथ अधिकारियों की भी आंखें बंद

संवाद सहयोगी, पठानकोट : जिले में ट्रैफिक समस्या दिन प्रतिदिन विकराल होती जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण समस्त चौकों में लाखों की लागत से लगाई गई ट्रैफिक लाइटें खराब होना है। कुछ अब सड़क के बीचों-बीच गिर कर हादसों का कारण बनती जा रही है। संबंधित विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इससे तो यही प्रतित हो रहा है कि ट्रैफिक लाइटों के साथ अधिकरियों की भी आंखें बंद है। नतीजतन राहगीर घंटों जाम में फंसे रहते हैं। यही कारण है कि लोगों के जी का जंजाल बनी इन लाइटों के लिए राजनेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों को कोसना शुरू कर दिया है। सलारिया चौक व मामून चौक में पूर्व सांसद विनोद खन्ना ने अपने निजी कोष से इन ट्रैफिक लाइटों को लगवाया गया था, ताकि हादसों को नियंत्रित किया जा सके। इसके साथ ही वाहन चालक सुगम तरीके से वाहनों पर आवागमन कर सके। कुछ ही माह चलने के बाद ये लाइटें बंद हो गई। उसके बाद न तो इन लाइटों को किसी ने ठीक करवाया और न ही नई लाइटें लगवाई गई। -

ट्रैफिक लाइटों को करना होगा दुरूस्त

व्यापार मंडल मामून के अध्यक्ष संजीव महाजन ने कहा कि सड़कों पर प्रतिदिन वाहनों का बोझ बढ़ रहा है। मामून चौक में सिग्नल लाइटों के खराब होने के कारण हादसे हो रहे हैं। वाहन एक दूसरे के साथ टकराकर हादसाग्रस्त हो रहे हैं। इसपर अंकुश लगाने के लिए जरूरी है कि इन ट्रैफिक लाइटों को तत्काल प्रभाव से ठीक करवाया जाए। व्यापार मंडल मामून के चेयरमैन दलवीर सिंह,सचिव घनश्याम शर्मा, सीनियर उपाध्यक्ष किशन चंद सहित अन्य पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि इन लाइटों को जल्द ठीक करवाया जाए, ताकि वाहन निर्धारित गति से चलें व हादसों पर नियंत्रण हो सके।

chat bot
आपका साथी