तहसील कार्यालय जाने को 30 किमी. का सफर तय करना पड़ रहा, डीसी को सौंपा मांग पत्र
आरएसडी बनने के बाद बाद फंगोता से तहसील कार्यालय को जाने वाले रास्ते के बीच झील आने के कारण 8 पंचायतों को लंबा सफर तय करना पड़ रहा है जिसके बाद प्रभावित पंचायतों के निवासियों को तहसील मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय तक जाने के लिए लंबे संपर्क मार्ग का सहारा लेना पड़ता है।
संवाद सहयोगी, दुनेरा (पठानकोट) : आरएसडी बनने के बाद बाद फंगोता से तहसील कार्यालय को जाने वाले रास्ते के बीच झील आने के कारण 8 पंचायतों को लंबा सफर तय करना पड़ रहा है, जिसके बाद प्रभावित पंचायतों के निवासियों को तहसील मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय तक जाने के लिए लंबे संपर्क मार्ग का सहारा लेना पड़ता है। क्षेत्र की मुश्किलों को देखते हुए कांग्रेसी नेता और गांव सारटी के पूर्व सरपंच राज कुमार राजु ने प्रभावित पंचायतों का मांग पत्र लेकर डिप्टी कमिश्नर पठानकोट संयम अग्रवाल के साथ मुलाकात की। उन्होंने बताया कि सागर बांध बनने से पहले तहसील मुख्यालय के लिए उनके गांव से जो दूरी थी वह मात्र 5 से 7 किलोमीटर थी। जबकि, बांध बनने से संपर्क मार्ग के डूबने के बाद दूरी 30 किलोमीटर में बदल चुकी है। इन गांवों को तहसील मुख्यालय जिला मुख्यालय तक जाने के लिए वाया दुनेरा, भटवां जाना पड़ता है। इस कारण इन गांवों के लोगों के सफर की दूरी बढ़ गई है। पूर्व सरपंच सारटी एवं युवा कांग्रेसी नेता राज कुमार राजू की ओर से जिलाधीश पठानकोट को एक मांग पत्र दिया गया। राज कुमार ने बताया कि इस समस्या के कारण लगभग 8 पंचायतों के लोग प्रभावित हो रहे हैं जिन्हें भारी मुश्किलें पेश आ रही हैं। उन्होंने बताया कि लोगों की मुश्किलों को देखते हुए सरकार से मांग की गई है कि इन गांवों तक पहुंचने के लिए गांव हरदोसरन के पास रणजीत सागर बांध की झील पर जल्द एक पुल का निर्माण करवाया जाए। उन्होंने बताया कि इस के चलते यहां ग्रामीणों को आने-जाने के लिए लम्बे सफ़र तय करने से छुटकारा मिलेगा वहीं क्षेत्र में पर्यटकों के आने से स्थानीय निवासियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। स्थानीय व्यक्तियों को भी इस पुल के बनने से इमरजेंसी के दौरान पठानकोट पहुंचने के लिए अतिरिक्त सफर तय नहीं करना पड़ेगा। इस मौके पर सरपंच करण सिंह सरपंच शर्मिला देवी सरपंच आशा कुमारी आदि ने सरकार से अपील की है कि पिछले क्षेत्र की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए लोगों की मुश्किलों को हल करने के लिए जल्द पुल का निर्माण करवाया जाए।