ट्रक यूनियन ने टोल प्लाजा पर लगाया जाम, आरोप: खनन उद्योग से जुड़े वाहनों को छोड़ देते हैं अधिकारी, बाकियों का काट देते हैं ओवरलोडिंग का चालान

प्रदेश प्रधान गुरनाम सिंह ने बताया कि रावी दरिया के किनारे होने वाले खनन को लेकर ट्रक दीनानगर व अमृतसर को जाने वाली सड़क से हर रोज सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। ओवरलोड वाहनों को लेकर पुलिस और खनन विभाग के अधिकारी जगह-जगह नाके लगाकर जांच करते हैं। उन्हें परेशान किया जाता है। खनन उद्योग से जुड़े कारोबारियों का पुलिस के साथ सांठ-गांठ होती है वह उनका वाहन बड़े आराम से निकाल दिया जाता है जिस वाहन की सांग-गांठ नहीं होती उनसे वसूली की जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 10:29 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 10:29 PM (IST)
ट्रक यूनियन ने टोल प्लाजा पर लगाया जाम, आरोप: खनन उद्योग से जुड़े वाहनों को छोड़ देते हैं अधिकारी, बाकियों का काट देते हैं ओवरलोडिंग का चालान
ट्रक यूनियन ने टोल प्लाजा पर लगाया जाम, आरोप: खनन उद्योग से जुड़े वाहनों को छोड़ देते हैं अधिकारी, बाकियों का काट देते हैं ओवरलोडिंग का चालान

संवाद सूत्र, परमानंद: ओवरलोड वाहनों पर हो रही कार्रवाई के रोष स्वरूप सोमवार को ट्रक यूनियन ने लदपालवां टोल प्लाजा के पास जाम लगाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ओवरलोड वाहनों पर पूरी तरह से या तो रोक लगाई जाए या फिर चालकों को किलोमीटर के हिसाब से पेमेंट किया जाए। करीब आधा घंटा तक प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर यातायात को पूरी तरह से ठप्प कर दिया। सूचना मिलते ही एसपी आदित्य व थाना प्रभारी सदर व तारागढ़ के प्रभारी मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने ट्रक आप्रेटरों को समझाकर जाम को खुलवाया। इसके बाद सभी को थाना में बैठ कर समस्या के समाधान को लेकर बुलाया गया।

पंजाब ट्रक एकता यूनियन के प्रदेश प्रधान गुरनाम सिंह ने बताया कि रावी दरिया के किनारे होने वाले खनन को लेकर ट्रक दीनानगर व अमृतसर को जाने वाली सड़क से हर रोज सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। ओवरलोड वाहनों को लेकर पुलिस और खनन विभाग के अधिकारी जगह-जगह नाके लगाकर जांच करते हैं। उन्हें परेशान किया जाता है। खनन उद्योग से जुड़े कारोबारियों का पुलिस के साथ सांठ-गांठ होती है वह उनका वाहन बड़े आराम से निकाल दिया जाता है, जिस वाहन की सांग-गांठ नहीं होती उनसे वसूली की जाती है। उन्होंने कहा कि अगर ओवरलोड वाहन को लेकर पूरे पंजाब में एक ही नीति होनी चाहिए। छोटे वाहन हो या बड़े वाहन ओवरलोड सभी पर लागू होता है। किसी एक को फायदा पहुंचाना यह लाजमी नहीं है। जाम के चलते करीब तीस से चालीस गाड़ियां फंस गई जिस कारण कुछ देर के लिए यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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