एक से 15 अक्टूबर तक 59 घंटे तक पावरकाम ने लगाया अघोषित

जागरण संवाददाता पठानकोट शहर में एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक करीब 59 घंटे का अघोषित घ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:38 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:38 AM (IST)
एक से 15 अक्टूबर तक 59 घंटे तक पावरकाम ने लगाया अघोषित
एक से 15 अक्टूबर तक 59 घंटे तक पावरकाम ने लगाया अघोषित

जागरण संवाददाता, पठानकोट: शहर में एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक करीब 59 घंटे का अघोषित घंटे का पावरकट पावरकाम की ओर से लगाया जा चुका है। हालांकि अब अघोषित कटों में कमी आने से व्यापारियों सहित आमजन को राहत मिलने के आसार हैं। अधिकारियों का कहना है कि स्थति सुधर रही है। प्रदेश में कोयले की सप्लाई धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है। इसके बाद थर्मल प्लांटों को अधिकतम क्षमता पर चलाकर राहत पहुंचाई जा रही है, लेकिन बावजूद इसके स्थिति अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है। बिजली के अघोषित कटों में कमी आने के बाद शहर के व्यापारियों ने सरकार का आभार जताते हुए कहा है कि डेढ़ वर्ष से कारोबार पांव पर नहीं आया है। अब थोड़ा बहुत शुरू हुआ है तो बिजली कट लगना शुरु हो गए हैं। आने वाले दिनों में विभाग किसी तरह से बिजली की मांग को पूरा करे, क्योंकि उनका सारा कारोबार फेस्टिवल सीजन पर टिका है। उधर, विभागीय अधिकारी दबी जुबान में कहते हैं कि कोयले की सप्लाई शुरू होने के बावजूद भी डिमांड के अनुसार बिजली मुहैया करवा पाना मुश्किल है। लिहाजा, रोजाना घंटों के हिसाब से लग रहे कट तो शायद न लगें, लेकिन जरूरत के हिसाब से अभी पावर कट लग सकगते हैं। - अघोषित पावरकट पर एक नजर

जुलाई

सिटी में कुल 15 घंटे का लगा कट।

कंडी फीडर 14 घंटे तक बंद रहा। सितंबर

सिटी में 6 घंटे बिजली बंद रही।

कंडी फीडर 14 घंटे तक बंद रहा। अक्टूबर (15 तक)

सिटी में 75 घंटे का अघोषित पावर कट लगा।

कंडी फीडर 15 घंटे तक बंद रहा। फेस्टिवल सीजन पर टिका है कारोबार : व्यापार मंडल

व्यापार मंडल पठानकोट के प्रधान अमित नैय्यर व पठानकोट व्यापार मंडल के चेयरमैन अनिल महाजन ने संयुक्त रूप से कहा कि डेढ़ साल से कारोबार को कोरोना के चलते पावर नहीं मिली। अब जब पावर मिली है तो पावरकाम ने पावर देना कम कर दिया है। ऐसे में यदि कारोबार को पावर ही नहीं मिलेगी तो कारोबार में पावर कैसे आएगी। उन्होंने कहा कि महंगे दाम पर बिजली खरीद रहे हैं। इसके बावजूद बिजली सप्लाई पूरी नहीं मिल रही। इसलिए, पावरकाम त्योहारी सीजन में जैसे-कैसे लोगों को बिजली मुहैया करवाए ताकि कारोबार दोबारा पांव पर खड़ा हो सके। स्थिति में हो रहा है सुधार : एसएसई

132केवी सब स्टेशन के सीनियर सब इंजीनियर (एसएसई) विश्वजीत का कहना है कि धीरे-धीरे स्थिति में सुधार हो रहा है। प्रदेश में कोयले की आमद शुरू हो रही है जिसके बाद थर्मल प्लांटों को अधिकतम क्षमता पर चलाकर बिजली मुहैया करवाई जा रही है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति और बेहतर हो जाएगी।

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