खून में कमी व भूख न लगना पेट में कीड़ों के लक्षण

लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह मेमोरियल अस्पताल बलाचौर में मेडिकल अफसर डॉ. रविद्र सिंह ठाकुर की अगुआई में किशोर अवस्था के संबंध में ब्लॉक स्तरीय वर्कशॉप करवाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Feb 2020 11:11 PM (IST) Updated:Mon, 10 Feb 2020 06:11 AM (IST)
खून में कमी व भूख न लगना पेट में कीड़ों के लक्षण
खून में कमी व भूख न लगना पेट में कीड़ों के लक्षण

जेएनएन, बलाचौर : लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह मेमोरियल अस्पताल बलाचौर में मेडिकल अफसर डॉ. रविद्र सिंह ठाकुर की अगुआई में किशोर अवस्था के संबंध में ब्लॉक स्तरीय वर्कशॉप करवाई गई। इसमें डॉ. ठाकुर ने कहा कि किशोर वर्ग के लड़के-लड़कियां इस उम्र में गलत धारणाओं का शिकार हो जाते हैं, क्योंकि इस उम्र में बच्चों के अंदर कई तरह के परिवर्तन आते हैं। इस उम्र में खासकर माता-पिता को बच्चों का ध्यान रखना चाहिए। बच्चों को भी चाहिए कि अगर उनके मन में कोई गलतफहमी हो तो वे माता-पिता, बड़े भाई बहन या अध्यापकों से उस बारे में जरूर बात करें। इस मौके पर पेट के कीड़ों को लेकर फील्ड स्टाफ को ट्रेनिग दी गई। 10 फरवरी को राष्ट्रीय डी वार्मिग डे है।। सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि खून की कमी, भूख का न लगना, पेट दर्द, उल्टी आना व दस्त में खून आदि पेट में कीड़े होने के लक्षण होते हैं। उन्होंने बताया कि 10 फरवरी से एक से 19 साल तक के बच्चों को पेट के कीड़ों की दवाइ एलबेंडाजोल दी जाएगी। बलॉक बलाचौर में एक से दो साल के 943 लड़के और 847 लड़कियां व दो से 19 साल के 15548 लड़के और 15,178 लड़कियां हैं। उन्हें एलबेंडाजोल देने का लक्ष्य रखा गया है। डॉक्टर मुकेश ने बताया कि जो सरकारी प्राइवेट स्कूल के अलावा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को कवर किया जाएगा। जो बच्चे दवाई खाने से रह जाएंगे उन्हें 17 फरवरी को कवर किया जाएगा। इस मौके पर डॉ. प्रियंका, निर्मल सिंह, राजपाल, दिलबाग सिंह, नरेंद्र कौर, दुर्गेश कुमार फार्मासिस्ट, जसवीर कौर, रंजीत कौर तथा फील्ड स्टाफ मेंबर मौजूद थे।

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