पुरानी पेंशन बहाली न होने पर मंत्रियों के घेराव की चेतावनी
नवांशहर पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी की एक बैठक जिला कन्वीनर गुरदयाल मान के नेतृत्व में आइटीआइ में हुई। जिसमें कैप्टन सरकार को चेतावनी दी गई कि यदि सरकार ने अपने वादे अनुसार 1 अपै्रल 2004 से बंद पड़ी पुरानी पेंशन की बहाली संबंधी कोई सार्थक हल 18 मार्च होने वाली प्रिसिपल सेक्रेटरी स्तर की बैठक में न निकाला तो संघर्ष तेज किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी की एक बैठक जिला कन्वीनर गुरदयाल मान के नेतृत्व में आइटीआइ में हुई। जिसमें कैप्टन सरकार को चेतावनी दी गई कि यदि सरकार ने अपने वादे अनुसार 1 अपै्रल, 2004 से बंद पड़ी पुरानी पेंशन की बहाली संबंधी कोई सार्थक हल 18 मार्च होने वाली प्रिसिपल सेक्रेटरी स्तर की बैठक में न निकाला, तो संघर्ष तेज किया जाएगा। इसके तहत कांग्रेस व मंत्रियों का 21 मार्च से जबरदस्त घेराव करके याद करवाने के लिए पत्र दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पेंशन कर्मचारियों का हक है और वे इसे हासिल करके ही दम लेंगे। उन्होंने बताया कि कैप्टन ने विधानसभा चुनाव 2017 में कर्मचारियों से वादा किया था कि कांग्रेस सरकार बनने पर 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। मगर, चार साल बीत जाने के बाद भी वादे को पूरा नहीं किया है।
इस मौके पर ओमकार शींहमार जिला सचिव, नील कमल, सपना परिहार, ज्योति वैद्य, रजिदर कुमार, जसविदर कुमार, हरविदर लाल, रणजीत वर्मा, अशोक कुमार, सुरिदर जीत सिंह और परमिदर जीत आदि उपस्थित थे।
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पंजाब पेंशनर्स वेलफेयर ने सोमलाल को चुना जिला प्रधान
जागरण संवाददाता, नवांशहर
पंजाब पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक सोमलाल की अध्यक्षता में विश्वकर्मा मंदिर राहों रोड में हुई। इस दौरान सर्वसम्मति से जिला कमेटी का चुनाव किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से सोमलाल बलाचौर को प्रधान व जीत लाल गोहल्ड़ों को महासचिव व अशोक कुमार वित्त सचिव चुना गया।
इस अवसर पर बैठक को गुरदियाल सिंह जगतपुर, रामपाल कनौन, राम मित्र कोहली, करनैल सिंह राहों व हरी विलास बंगा ने संबोधित किया। उन्होंने मुलाजिमों और पेंशनर्स की मांगों के बारे में पंजाब सरकार की टाल मटोल की नीति की जोरदार शब्दों में निदा की। उन्होंने वेतन आयोग की रिपोर्ट जारी न करने, कच्चे मुलाजिमों को पक्के न करने, पुरानी पेंशन बहाल न करने आदि को लेकर प्रदेश सरकार की निदा की।
उन्होंने आरोप लगाया कि घर-घर रोजगार देने का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार द्वारा विभागों के पुनर्गठन के नाम पर हजारों पदों को खत्म कर दिया गया है। केंद्र की भाजपा सरकार की तरह पंजाब की कांग्रेस सरकार भी सार्वजनिक क्षेत्र के विभागों को खत्म कर रही है। जिसके साथ आम लोगों को सेवाएं देने वाले विभाग खत्म करके नई पीढ़ी के लिए रोजगार के मौके खत्म किए जा रहे हैं।
इस बैठक में अवतार सिंह छोकरां, प्यारा सिंह छोकरां, रेशम लाल, जरनैल सिंह, हरमेश लाल, हुस्न लाल, कुलदीप सिंह, अमरजीत सिंह नवांशहर, केवल राम, जसवीर सिंह मंगूवाल आदि उपस्थित थे।