बडीज प्रोग्राम के तहत युवाओं को नशे के खिलाफ किया जागरुक

नशा मुक्त भारत अभियान को लेकर चलाए जा रहे बडीज प्रोग्राम के तहत नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए केसी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन द्वारा वेबीनार करवाया गाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:18 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:18 PM (IST)
बडीज प्रोग्राम के तहत युवाओं को नशे के खिलाफ किया जागरुक
बडीज प्रोग्राम के तहत युवाओं को नशे के खिलाफ किया जागरुक

जागरण संवाददाता, नवांशहर:

नशा मुक्त भारत अभियान को लेकर चलाए जा रहे बडीज प्रोग्राम के तहत नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए केसी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन द्वारा वेबीनार करवाया गाया। इसमें केसी पालीटेक्निक कालेज, सरकारी पालीटेक्नीक कालेज बहराम, दोआबा व रियात ग्रुप के स्टाफ व स्टूडेंट ने संयुक्त तौर पर भाग लेकर अपने विचार रखे। वैबिनार में प्रमुख वक्ता सिविल सर्जन डा. गुरविदरवीर कौर, हरियाणा के रिटायर डायरेक्टर जनरल सर्जन डा. सतवीर चौधरी, प्रोजेक्ट डायरेक्टर चमन सिंह, केसी पालीटेक्नीक के प्रिसीपल राजिदर मूम, बहराम सरकारी कालेज के प्रिसीपल कुलविदर सिंह बेदी, नोडल अफसर बडी ग्रुप सतनाम सिंह रहे। प्रिसीपल कुलविदर सिंह बेदी ने 15 अगस्त 2018 को पंजाब में बडीज प्रोग्राम शुरू किया था। जिसका प्रमुख मकसद पंजाब से नशा खत्म करना था। अब नशे के खात्मे के लिए सरकार व उनकी पूरी लीडरशिप लोगों को जागरुक कर रही है। दोआबा पालीटेक्नीक कालेज राहों के गगनदीप सिंह ने बताया कि 12 से 18 साल तक के बच्चों की जिदगी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। इस उम्र में बच्चों को नशे की लत लगने का भय रहता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को नशे के बारे में अपने टीचरों व अभिभावकों को जानकारी जरूर दें। नशा त्यागने में बच्चे के दोस्त भी मदद करें। उनको बताएं कि नशा करने वाला खुद भी परेशान होता है। साथ में उसके माता पिता भी परेशान होता है। नोडल अफसर सतनाम सिंह व प्रिसीपल आरके मूम ने बताया कि टीचर कालेज में बाथरुम की जरूर विजिट करें। वहां पर नशा संबंधी सामान मिल सकता है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर चमन सिंह ने बताया कि युवा दिशाहीन हो चुका है। जिससे देश की तरक्की पर भी प्रभाव पड़ रहा है।

सिविल सर्जन गुरिदरवीर कौर बताया कि जिले में नशा छुडाने के लिए सात ओट सेंटर चलाए जा रहे हैं। नशे की गिरफ्त से बाहर निकालने के लिए बच्चों की काउंसलिंग कर उन्हें ओट सेंटर लाया जाता है। उन्हेंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति नशे की गिरफ्त में है। तो उसे ओट सेंटर लाया जाए।

डा. सतवीर चौधरी ने बताया कि अगर सरकार चाहे तो नशे का कारोबार बंद किया जा सकता है। रियात कालेज के मनदीप सिंह अटवाल ने बताया कि नशा करने वाला पहले अपना नुक्सान करता है, उसके बाद अपने माता-पिता, फिर दोस्तों का नुक्सान करता है। इस दौरान नवजोत कौर, धारणा शर्मा, कार्तिक शर्मा, स्तुति आदि ने भी वैबिनार को संबोधित किया।

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