ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने से होते हैं सड़क हादसे
धुंध के कारण हर रोज सड़क हादसे हो रहे हैं।
संवाद सूत्र, नवांशहर : धुंध के कारण हर रोज सड़क हादसे हो रहे हैं। किसी न किसी घर में मातम इन हादसों के कारण छाया रहता है। इन दुर्घटनाओं का मुख्य कारण यातायात नियमों से संबंधित है। जब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया जाता है तो समझो कि हम सड़क दुर्घटना को अंजाम दे रहे हैं। इसलिए सड़क पर चलते समय ट्रैफिक नियमों का सख्ती व जिम्मेदारी से पालन करना चाहिए।
नियम का पालने करने से हैं सुरक्षित : दरबारा सिंह
दरबारा सिंह का कहना है कि ट्रैफिक नियमों की पालना दूसरों के साथ-साथ हमारी जान की सुरक्षा के लिए जरूरी है। ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना नहीं करनी चाहिए। अगर हम उल्लंघन करते हैं तो हम अपनी जान के साथ-साथ दूसरे लोगों के लिए भी खतरा बन जाते हैं। आदर्श नागरिक के लिए जरूरी है, कि वह ट्रैफिक नियमों के प्रति सावधान रहे तथा ट्रैफिक नियमों की पालना को यकीनी बनाए।
गगनदीप बाली का कहना है कि धुंध में ड्राइविग करते समय वाहन से वाहन का डिस्टेंस जरूर रखा जाए तथा ओवरटेक करते समय पीछे ध्यान जरूर किया जाए। ड्राइविग करते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें, धुंध में कभी भी सड़क के बीच व्हीकल न खड़ा करें। अगर रोकना पड़े तो साइड पर रोकें तथा इंडीकेटर को चालू रखें। व्हीकल चलाते समय लाइटें जलाकर रखें, वाहनों पर रिफ्लेक्टर भी जरूर लगवाएं।
सुरक्षित सफर सबसे लिए जरूरी : बख्शीराम
बख्शीश राम का कहना है कि सुरक्षित सफर के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन जरूरी है। लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाना जरूरी है। इन ट्रैफिक नियमों के प्रति सख्ती करना जरूरी है। जोकि समाज तथा लोगों की भलाई व सुरक्षा के लिए जरूरी है। अगर ट्रैफिक नियमों की पालना की जाए तो इससे सड़क हादसों की संख्या को कम किया जा सकता है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मिले प्राथमिकता : पाखर सिंह
पाखर सिंह का कहना है कि सफर करते समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट को पहल देने का प्रयास करें। कभी भी नशा करके तथा तेज रफ्तार में गाड़ी न चलाएं। ट्रैफिक नियमों के साथ-साथ हार्न का जरूरत अनुसार प्रयोग करें, पैदल चलते समय जेब्रा क्रासिंग से मुख्य सड़क को पार करना चाहिए, बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन कभी नहीं चलाना चाहिए और न ही 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को वाहन चलाने दें।