सिविल में 10 दिन से सेहत सेवाएं ठप

पंजाब के स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत पंजाब के मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ अपनी सभी स्वास्थ्य सेवाओं को बंद कर पिछले 10 दिनों से सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 04:39 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 05:08 PM (IST)
सिविल में 10 दिन से सेहत सेवाएं ठप
सिविल में 10 दिन से सेहत सेवाएं ठप

संवाद सूत्र, नवांशहर: पंजाब के स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत पंजाब के मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ अपनी सभी स्वास्थ्य सेवाओं को बंद कर पिछले 10 दिनों से सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

वीरवार को सिविल सर्जन कार्यालय में जारी धरने के दौरान गुरप्रसाद सिंह ने कहा कि 36000 कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति के संबंध में सरकार की ओर से कुछ दिन पहले एक बयान जारी किया गया था, जिसको लेकर एनएचएम कर्मचारियों में रोष था और कर्मचारियों को 16 नवंबर से अब तक स्वास्थ्य सेवाओं को स्थायी रूप से निलंबित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले विधेयक में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि स्थायी कर्मचारियों में वह कर्मचारी शामिल नहीं होंगे, जो केंद्र या पंजाब सरकार की योजनाओं के तहत अपनी सेवाएं दे रहे थे। इसके साथ ही बिल में न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा, तीन वर्ष की परख काल अवधि और न्यूनतम आयु सीमा 45 वर्ष रखने के विरुद्ध कर्मचारियों को काम से रोकने के लिए मजबूर किया है। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, हम किसी भी प्रकार की बैठक या धमकी के प्रभाव में सेवाएं प्रदान नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पंजाब में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत काम कर रहे पंजाब के सभी कर्मचारियों को बिना शर्त यह सुनिश्चित करे कि कर्मचारी की सेवा एक साल या उससे अधिक की है। इसके अलावा कोई आयु सीमा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कर्मचारियों की अधिक आयु का कारण सरकार और उसकी कर्मचारी विरोधी नीतियां हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की परख काल अवधि नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कर्मचारी पहले से ही इस विभाग में परख काल अवधि की तुलना में अधिक ईमानदारी और समर्पण से सेवा कर रहे हैं। हर कर्मचारी को स्थाई कर्मचारी के समान पूर्ण वेतनमान यथाशीघ्र भुगतान किया जाए न कि कोई निश्चित वेतन। इस मौके पर अरुण दत्त और मनिदर सिंह ने कहा कि स्थायी रूप से सेवाओं को सरकार द्वारा इन मांगों को पूरा करने के लिए अधिसूचना जारी करने पर ही फिर से खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि मांग पूरी होने तक अनिश्चितकाल तक धरना जारी रहेगा। इस अवसर पर साहिल सैनी, डा. हरदीप, परमिदर कौर, रविदर कौर, सुनीता रानी, गुरप्रीत सिंह खालसा, कमलदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह गढ़ी, मंदीप कौर, डा. रूपिदर, दीपक वर्मा, सुनीता रानी, रमनदीप कौर, बबीता घई, डा. विजय, आदि कर्मचारी मौजूद थे।

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