बस स्टैंड से बाबा गोला पार्क तक की सड़क गड्ढों में तब्दील, राहगीरों के लिए गुजरना भी हुआ मुश्किल
बंगा बस स्टैंड से बाबा गोला पार्क तक जाने वाली सड़क की हालत खस्ताहाल हो चुकी है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे पड़े हुए हैं। जिस कारण इस सड़क से गुजरने के लिए वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जगदीश लाल कलसी, बंगा: बंगा बस स्टैंड से बाबा गोला पार्क तक जाने वाली सड़क की हालत खस्ताहाल हो चुकी है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे पड़े हुए हैं। जिस कारण इस सड़क से गुजरने के लिए वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में शहरवासियों चमनलाल, जीती, हरमेश विरदी, डीपी बाली, रणवीर राणा, परमिदर कौर, दलजीत मान, इंद्रजीत मान सहित क्षेत्र के लोगों का कहना है कि बाबा गोला पार्क से गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल तक की सड़क दयनीय हालत हो चुकी है। इसी सड़क पर बाबा श्री चंद जी का गुरुद्वारा, गुरु अर्जुन देव चैरीटेबल अस्पताल, भगवान महावीर पब्लिक स्कूल को जाने वाली लिक रोड, शिवपुरी धाम, कर्ण अस्पताल बंगा, खेतीबाड़ी को-आपरेटिव सोसायटी, यूको बैंक तथा बाबा धर्म सिंह के स्थान को जाने के लिए लिक मार्ग है।
यूको बैंक, खेतीबाड़ी को-आपरेटिव सोसायटी तथा पट्टी मसंदा को जाने वाली सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। इस सड़क को सर्कुलर रोड के नाम से भी जाना जाता। लोगों का कहना है कि सड़क की खस्ता हालत को देखते हुए विगत एक वर्ष पूर्व नगर कौंसिल की ओर सड़क पर बीच-बीच में इंटरलाकिग टाइलें लगा दी गई थी। लेकिन जिन स्थानों पर टाइलें नहीं लगी वहां सड़क बुरी तरफ टूट चुकी हैं जो हादसों को बुलावा देते हुए नजर आ रहे हैं।
नगर कौंसिल के आम चुनाव होने के बावजूद अभी तक बंगा की नगर कौंसिल का गठन नहीं हो पाया है न ही नगर कौंसिल के लिए कोई अध्यक्ष या उपाध्यक्ष चुना गया है। अभी भी बंगा नगर कौंसिल का प्रशासन एसडीओ बंगा के हाथ में है। लोगों का कहना है कि अगर वह सड़कों तथा अन्य समस्या के संबंध में पार्षदों से बात करते हैं तो उन्हें जवाब मिलता है कि बेशक प्रशासन ने उन्हें पार्षद बना दिया है, मगर अभी तक अधिकारिक बैठकें न होने के कारण कोई भी एजेंडा पारित नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते बंगा में विकास कार्य फिलहाल ठप्प हैं। लोगों ने एसडीएम बंगा से मांग करते हुए कहा है कि बंगा की टूटी सड़कों का सर्वे करवाकर नगर कौंसिल को इनकी मरम्मत करवाने के आदेश जारी किए जाएं।