अकाली दल तथा बसपा के गठजोड़ से विरोधी परेशान : विमल चौधरी
जब से पंजाब में अकाली तथा बसपा का गठजोड़ हुआ है तब से विरोधी पार्टियों को रात में भी नींद नहीं आती। उन्हें शायद यही डर सता रहा है कि 2022 के चुनाव में पंजाब में अकाली दल-बसपा की सरकार बनेगी।
संवाद सूत्र, बलाचौर : जब से पंजाब में अकाली तथा बसपा का गठजोड़ हुआ है, तब से विरोधी पार्टियों को रात में भी नींद नहीं आती। उन्हें शायद यही डर सता रहा है कि 2022 के चुनाव में पंजाब में अकाली दल-बसपा की सरकार बनेगी। जो पिछले पांच साल में पंजाब के लोगों के साथ पंजाब की कांग्रेस सरकार ने किया है, उसका बदला लिया जाएगा। यह कहना था अकाली दल के सीनियर लीडर तथा ब्लाक समिति के पूर्व चेयरमैन विमल चौधरी का। वह वीरवार को पंजाब बीएसपी के प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी से मिलने पहुंचे तथा इस गठजोड़ होने पर उनका मुंह मीठा करवाया।
इस दौरान दोनों पार्टियों के नेताओं द्वारा एक-दूसरे को बधाई दी गई तथा 2022 के चुनाव में लोगों को पंजाब की कांग्रेस सरकार तथा केंद्र की बीजेपी सरकार की गलत नीतियों के बारे में अवगत करवाने तथा आने वाले चुनाव में एक अच्छी सरकार बनाने के लिए काम करने की बात कही। इस मौके पर विमल चौधरी, राजविदर सिंह लक्की, ब्रिगेडियर राजकुमार, इंद्रजीत सिंह लुड्डी, हरबंस लाल चणकोआ, जसवीर औलियापुर, हरबंस कलेर, सन्नी भाटिया, कैप्टन जरनैल सिंह, राकेश सरपंच टपरियां, ओमप्रकाश एक्स सरपंच, प्रेम मीलू, हरमिदर सिंह लाडी फिरनी मजारा, हनी जोगेवाल, निर्मल सिंह नंबरदार, सोढी नंबरदार आदि शामिल थे।