सोमवार से खुल गए स्कूल, विद्यार्थियों में दिखा उत्साह
सरकार व जिला प्रशासन के आदेशों के बाद जिले के अधिकतम स्कूल खुल गए। इस दौरान सिर्फ दसवींग्याहरवीं व बाहरवीं कक्षा के छात्रों को ही बुलाया गया था।
जागरण संवाददाता,नवांशहर:
सरकार व जिला प्रशासन के आदेशों के बाद जिले के अधिकतम स्कूल खुल गए। इस दौरान सिर्फ दसवीं,ग्याहरवीं व बाहरवीं कक्षा के छात्रों को ही बुलाया गया था। एक तरफ जहां जिले के सभी 105 सरकारी स्कूलों को खोला गया वहीं सिर्फ 70 प्रतिशत निजी स्कूलों को ही खोला गया। इसका कारण रहा कि निजी स्कूलों के कई अध्यापकों को वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लग पाई है। प्रशासन का सख्त आदेश है कि सिर्फ उन्हीं अध्यापकों को स्कूलों में बुलाया जाए जिनको दोनों डोज लग चुकी हैं। इसके लिए स्कूलों को जिला प्रशासन को शपथ पत्र भी सौंपना होगा। अगर किसी स्कूल ने गलत शपथ पत्र दिया तो प्रशासन व शिक्षा विभाग उसके खिलाफ सख्त कारवाई कर सकता है।
--पहले दिन कम आए बच्चे
सरकार के आदेशों के बाद बेशक स्कूलों को खोल दिया गया पर पहले दिन कम बच्चे ही स्कूलों में आए। पूरे जिले की बात करें तक करीब 60 फीसदी बच्चे ही स्कूल के पहले दिन पहुंचे। स्कूल में आने के लिए बच्चों ने अभिभावकों के सहमित पत्र दिखाए। स्कूल गेट पर ही सैनेटाइजर स्टेंड को रखा गया। हर बच्चे ने हाथों को सैनेटाइज करने के बाद ही स्कूल में प्रवेश किया। स्कूलों में सुबह के समय सफाई कर्मियों ने सैनेटाइजर का छिड़काव किया। साथ ही स्कूलों में आने वाले विद्यार्थियों का तापमान थर्मल स्कैनिग से जांचा गया। वहीं स्कूलों में बिना मास्क के विद्यार्थियों को इंट्री नहीं दी गई। मास्क लगाने के बाद ही प्रवेश करने दिया गया। गौरतलब है कि पिछले 4 माह से कोरोना काल शुरू होने के बाद से स्कूल बंद है।
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जिला शिक्षा अधिकारी जगजीत सिंह ने बताया कि सरकारी व निजी स्कूलों में कोविड 19 के चलते सभी सावधानियों का पालन करना होगा। स्कूलों में विद्यार्थियों व स्टाफ को मास्क लगाकर रखना होगा। साथ ही स्कूलों का समय-समय पर शिक्षा विभाग के अधिकारी निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के दौरान किसी प्रकार की खामियां मिलने पर स्कूल प्रमुख से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।