रोडवेज व पनबस कर्मी सात से हड़ताल पर
पंजाब रोडवेज व पनबस कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर गेट रैली की।
जागरण संवाददाता, नवांशहर: पंजाब रोडवेज व पनबस कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर गेट रैली की। यूनियन के प्रधान हरदीप सिंह काहलों ने कहा कि पंजाब सरकार ने 23 नवंबर की कैबिनेट बैठक में कच्चे कर्मियों के मसले का हल नहीं किया गया। इसके बाद एक दिसंबर की बैठक भी बेनतीजा रही है। इसलिए युनियन ने सात दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया है। इस दौरान मुलाजिमों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। यूनियन के सचिव अशोक रौड़ी ने कहा कि पंजाब सरकार ने हमसे कैबिनेट बैठक तक का समय लिया था। कच्चे मुलाजिम पंजाब रोडवेज और पन बस के मुलाजिमों को पक्का किया जाए। इसके अलावा आबादी के हिसाब से बसों की संख्या 10 हजार की जाए। वन पोस्ट एक रैंक वेतन के अनुसार वेतन दिया जाए और गलत ढंग से निकाले गए मुलाजिमों को बहाल किया जाए। उन्होंने सरकार से अपील की कि कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने सहित सभी मांगों का हल निकाला जाए। सरकार के बनाए एक्ट में कोई भी मुलाजिम पक्का नहीं होता। ट्रांसपोर्ट माफिया खत्म करने वाली सरकार पीआरटीसी व पंजाब रोडवेज खत्म करने पर तुली है। सरकार का बोर्ड व कारपोरेशन को एक्ट से बाहर रखकर पनबस व पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने से किनारा करना साबित करता है कि सरकार मुलाजिम विरोधी है। नेताओं ने कहा कि ट्रांसपोर्ट विभाग में सुधार करने के लिए टाइम टेबल में सुधार करने की बातें की जा रही हैं, लेकिन इसमें कई कमियां हैं। प्राइवेट व सरकारी बसों का शिफ्ट मुताबिक टाइम टेबल नहीं बनाया गया। न ही इसमें 70-30 या 60-40 रेशो नजर आती है। मुलाजिमों को पक्का करने में विभाग के अधिकारी अड़ंगा बन रहे हैं।