रक्षाबंधन को लेकर सज गए बाजार, बढ़ी चहल पहल

रक्षाबंधन का त्योहार रविवार को मनाया जाएगा। बाजारों में राखी के त्योहार को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। दुकानों को सजाकर तैयार कर लिया गया। शहर में तमाम जगहों पर राखी की दुकानें सज गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Aug 2021 03:22 PM (IST) Updated:Sat, 21 Aug 2021 03:22 PM (IST)
रक्षाबंधन को लेकर सज गए बाजार, बढ़ी चहल पहल
रक्षाबंधन को लेकर सज गए बाजार, बढ़ी चहल पहल

कुलविदर सिंह, नवांशहर : रक्षाबंधन का त्योहार रविवार को मनाया जाएगा। बाजारों में राखी के त्योहार को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। दुकानों को सजाकर तैयार कर लिया गया। शहर में तमाम जगहों पर राखी की दुकानें सज गई हैं।

रक्षाबंधन के दिन भाई-बहनों के लिए बहुत खास होता है। बहन भाई को राखी बांधकर उसके लिए अपना प्यार दर्शाती है, तो वहीं भाई भी उम्र भर बहन की रक्षा करने का वादा करते हैं। इस खास मौके पर भाई-बहन एक दूसरे को गिफ्ट देकर स्पेशल फील करवाते हैं। एक मामूली सा धागा जब भाई की कलाई पर बांधता है तो भाई भी अपनी बहन की रक्षा के लिए अपनी जान न्यौछावर करने को तैयार हो जाता है और भाई उसकी जीवन भर रक्षा करने का वचन देता है। भाई-बहन के इस पवित्र और प्यार भरे त्योहार को लेकर बाजारों में विभिन्न प्रकार की डिजाइनर राखियां उपलब्ध हैं। बहनों ने अपने भाइयों के लिए राखियों की खरीदारी शुरू कर दी है। शहर में कोठी रोड, तारा आइस फैक्टरी रोड, कमेटी बाजार चौक सहित कई जगहों पर रक्षाबंधन के त्योहार की धूम नजर आने लगी है। बाजार में पहले की अपेक्षा चहल-पहल भी बढ़ गई है। बच्चों के लिए कार्टून और लाइट वाली राखी आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। इसके साथ ही ब्रेसलेट राखी, कड़ा राखी, मोटू पतलू राखी, डोरेमोन, छोटा भीम जैसी कार्टून राखियां उपलब्ध है। पंडित वासुदेव शास्त्री शिव मंदिर कच्चा टोबा कुलाम रोड ने बताया कि इस दिन बहनें सज-संवरकर हाथों में मेहंदी रचाकर भाइयों को तिलक कर दाहिनी कलाई पर राखी बांधती हैं। ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक, पंचाग सुबह टाइम 6 बजे से 8 बजे तक राखी बांध सकती है। दोपहर 1 : 48 बजे से 4 : 24 बजे तक राखी बांध सकते है। 8 बजे से बाद राखी बांधना हो तो श्री गणेश जी की अराधना करनी चाहिए। अगर हो सके तो भाई की दाहिनी कलाई पर राखी बांधना ही शुभ होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भाई को राखी बांधते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भाई को राखी पर काले रंग का धागा या राखी, टूटी या खंडित राखी, प्लास्टिक की राखी और अशुभ चिन्हों वाली राखी नहीं बांधनी चाहिए। माना जाता है कि अगर कोई बहन इस तरह की राखी अपने भाई को बांधती है, तो भारी नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है। राखी बांधते समय इन बातों का रखें ध्यान..

- ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक राखी बांधते समय भाई को पूर्व दिशा में बैठना शुभ माना जाता है।

- कहते हैं कि तिलक लगाते समय बहन का मुंह पश्चिम दिशा में होना शुभ होता है।

- भाई को तिलक और राखी बांधते समय बहनों को च्येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबल: तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचल: ज् मंत्र का जापकर शुभ माना गया है। कहते हैं कि इससे विशेष फल की प्राप्ति होती है।

- राखी को बांधने के बाद भाई की आरती उतारना और मीठा खिलाना उत्तम माना गया है।

- राखी बांधते समय भाई को पीढ़े पर ही बैठाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करना भाई-बहनों के लिए लाभकारी होता है।

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