यूनियनों ने सरकार का पुतला फूंक उतारा गुस्सा

केंद्र सरकार द्वारा कृषि सुधार कानून को रद करवाने के लिए शुक्रवार को विभिन्न यूनियनों ने रोष प्रदर्शन किया

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 10:17 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 10:17 PM (IST)
यूनियनों ने सरकार का पुतला फूंक उतारा गुस्सा
यूनियनों ने सरकार का पुतला फूंक उतारा गुस्सा

जागरण संवाददाता, नवांशहर : केंद्र सरकार द्वारा कृषि सुधार कानून और बिजली बिल 2020 को रद करवाने की मांग को लेकर शुक्रवार को विभिन्न यूनियनों ने रोष प्रदर्शन कर सरकार का पुतला फूंका। इस प्रदर्शन में मजदूर, ट्रक यूनियन, टैक्सी यूनियन, आटो वर्कर्स यूनियन, ग्रामीण मजदूर यूनियन, स्त्री जागृति मंच, इंडियन फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन, पंथक फ्रंट नवांशहर, जत्थेदार नारंग सिंह मंजी साहब, डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट, प्रवासी म•ादूर यूनियन, रेहड़ी वर्कर्स यूनियन, डा. आंबेडकर मिशन सोसायटी नवांशहर सहित अन्य यूनियनें शमिल थीं।

प्रदर्शन से पहले चंडीगढ़ रोड स्थित स्टोर के आगे चल रहे किरती किसान यूनियन के धरने के स्थान पर रैली की गई। इस रैली को कुलविदर सिंह वड़ैच, जत्थेदार सुखदेव सिंह भौंर, जसबीर दीप महासचिव, सिमरनजीत रिसी खालसा, मास्टर भूपिदर सिंह बड़ैच, ट्रक ओनर्ज सोसायटी के नेता अजीत सिंह, बीबी गुरबख्श कौर संघा, कुलविदर सिंह चाहल ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों के आगे झुकना ही पड़ेगा।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ फांसीवादियों जैसे पेश आ रही है। अभी तक सरकार किसानों को आंदोलन समाप्त करने के लिए कह रही है, परन्तु खेती कानून वापस नहीं ले रही। अंत में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के पुतले फूंक नारेबाजी की। टोल प्लाजा बछुआं में डटे किसान

उधर, काठगढ़ में कृषि सुधार कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन दिल्ली दरबार तक पहुंच गया है। यह संघर्ष अब किसानों का नहीं लोक संघर्ष बन गया है। टोल प्लाजा बछुआं पर किसान मोर्चा के सदस्य पिछले 52दिनों से डटे हुए हैं। यह बात कुलहिद किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष राणा कर्ण सिंह ने कही।

उन्होंने कहा कि किसानों का यह संघर्ष मागे माने जाने तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अब आढ़ती भी किसानों के साथ आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष को और तेज करक दिया जाएगा। रोजाना किसान दिल्ली संघर्ष में जत्थे बनाकर आ जा रहे हैं। संघर्ष में सहायता भी भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को अब रोका नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि किसानों का मसला शीघ्र हल करो, वरना माहौल को ज्यादा खराब न किया जाए। इस अवसर पर चौधरी मेला राम, देसराज पूर्व सरपंच, हरपाल सिंह, मोहन सिंह, स्वर्ण सिंह नंगल, सुखपाल सिंह, करनैल सिंह, रणजीत सिंह, संतोख सिंह, गुरमुख सिंह, गुरप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी