न बारदाना पहुंचा, पेमेंट भी एक दिन की मिली

पंजाब में गेहूं की खरीद को लेकर सरकार के पास कोई ठोस प्रबंध न होने के कारण किसान और आढ़ती संकट के दौर से गुजर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 09:58 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 09:58 PM (IST)
न बारदाना पहुंचा, पेमेंट भी एक दिन की मिली
न बारदाना पहुंचा, पेमेंट भी एक दिन की मिली

सतीश शर्मा, काठगढ़: पंजाब में गेहूं की खरीद को लेकर सरकार के पास कोई ठोस प्रबंध न होने के कारण किसान और आढ़ती संकट के दौर से गुजर रहे हैं। किसान गेहूं लेकर आ रहे हैं, पर मंडी में आढ़तियों को गेहूं संभालने में मुश्किल हो रही है। 13 अप्रैल से दाना मंडी काठगढ़ में खरीद शुरू हुई है और अब तक 72 हजार बोरियां खरीदी जा चुकी है। जगह न होने के कारण किसान मंडी में तीन दिन से परेशान हैं। जो किसान मंडी में गेहूं लेकर आ रहा है , उसकी आमद बिना बारदाने के दुकानदार नहीं कर रहे हैं। किसानों ने बताया कि मौसम की खराबी ने उन्हें चिंता में डाल दिया है। जो गेहूं काटा गया है, उसे मंडी में लाया गया। उसे बिना बारदाने संभाला नहीं जा रहा है। वहीं आढ़तियों ने बताया कि बुधवार को प्राइवेट मार्केट से आठ हजार बोरियों को खरीदा गया है। मंडी में पनसप की एजेंसी काम कर रही है। एजेंसी के इंस्पेक्टर सतिदर भूंबला ने बताया कि बारदाना नहीं पहुंचा है। आढ़तियों ने बताया कि 13 अप्रैल से खरीद जारी है, परंतु केवल एक दिन की उनकी पेमेंट हुई है। किसान सीधी अदायगी को जमकर कोस रहे हैं। वहीं आढ़ती एसोसिएशन के सुभाष आनंद ने बताया कि बारदाना न आने से समस्या ज्यादा बढ़ गई है। अदायगी बाद की बात है। लिफ्टिंग न होने से 66 हजार बोरियां अभी भी मंडी में मौजूद है।

उधर डीएफएससी नवांशहर सरोज भास्कर से इस बारे में बात करनी चाही, तो उनके किसी जूनियर ने फोन उठाया। उन्होंने बताया कि बैठक चल रही है। उम्मीद है की बारदाने की समस्या शीघ्र हल हो जाएगी।

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