पटवारियों की हड़ताल से लोग हुए परेशान

बलाचौर/नवांशहर राजस्व पटवार और कानूनगो संगठन के आह्वान पर जिले में दो दिवसीय सामूहिक छुट्टी पर जाने के कारण वीरवार को दूसरे दिन भी पटवारियों ने हड़ताल करते हुए कामकाज नहीं किया। इसके कारण तहसील परिसर बलाचौर में आने वाले लोगों को अनुसूचित जाति निवास सहित विभिन्न प्रमाण पत्रों को लेने के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 10:40 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 10:40 PM (IST)
पटवारियों की हड़ताल से लोग हुए परेशान
पटवारियों की हड़ताल से लोग हुए परेशान

जागरण टीम, बलाचौर/नवांशहर

राजस्व पटवार और कानूनगो संगठन के आह्वान पर जिले में दो दिवसीय सामूहिक छुट्टी पर जाने के कारण वीरवार को दूसरे दिन भी पटवारियों ने हड़ताल करते हुए कामकाज नहीं किया। इसके कारण तहसील परिसर बलाचौर में आने वाले लोगों को अनुसूचित जाति, निवास सहित विभिन्न प्रमाण पत्रों को लेने के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ी।

उधर, इस बारे में पटवार वर्क स्टेशन बलाचौर के अध्यक्ष मनोहर लाल ने कहा कि पटवारियों के 18 महीने के प्रशिक्षण को काम में शामिल करने के लिए कानून में संशोधन किया गया है, लेकिन इसे वित्त विभाग द्वारा लागू नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के किसी अन्य विभाग में लंबी प्रोबेशनरी अवधि नहीं है, जितनी पटवारियों की है। सरकार को संगठनों की जायज मांगों को पूरा करना चाहिए।

उधर, इस बारे में यूनियन के जिला प्रधान पलविदर सिंह सूद व उपप्रधान पंजाब दविंदर पाल बेगमपुरी ने बताया कि सरकार पटवारियों की मांगों को मान नहीं रही है।

उन्होंने कहा कि पटवारियों को अपने सर्किल के अलावा अन्य सर्किलों का काम भी देखना पड़ रहा है। उनके सिर पर काम का बोझ बेहद बढ़ गया है, पर प्रदेश सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है। उनको पुलिस व विजिलेंस द्वारा भी बेवजह तंग किया जाता है। इसके विरोध में यूनियन ने संघर्ष का बिगुल बजा दिया है।

वर्तमान हालात को ध्यान में रखते हुए संघर्ष की रूपरेखा को तबदील किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पुलिस विभाग और विजिलेंस विभाग की धक्केशाही के खिलाफ यूनियन ने कई बार संघर्ष किया है। मगर, माल विभाग अपने अधिकारियों व कर्मचारियों की हिफाजत करने में नाकाम साबित रहा है। गृह और न्याय विभाग की तरफ से जारी हिदायतों की पुलिस व विजिलेंस विभाग परवाह नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर अब भी उनकी मांगों का न माना गया, तो आगामी दिनों में संघर्ष को और तेज किया जाएगा।

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