न बैठने के लिए बैंच और न ही बचे फूल
बंगा सिटी सिविल अस्पताल मुख्य सड़क पर होने के साथ-साथ रेफरल अस्पताल भी है।
जगदीश लाल कलसी, बंगा : बंगा सिटी सिविल अस्पताल मुख्य सड़क पर होने के साथ-साथ रेफरल अस्पताल भी है। 24 घटे इमरजेंसी सुविधा से लेस अस्पताल में 14 साल पहले रोटरी क्लब बंगा द्वारा शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के नाम पर रोटरी पार्क का निर्माण करवाया गया था तथा इस पार्क का रखरखाव भी रोटरी क्लब ने अपने जिम्मे लिया था। लंबे समय से सिविल अस्पताल में बनाया यह पार्क मात्र सफेद हाथी बना हुआ है। पार्क वाले स्थान पर पार्क जैसा कुछ भी नहीं है। बंगा के पूर्व विधायक चौधरी मोहनलाल ने इस पार्क का उद्घाटन किया था । उस समय पार्क बनाने के लिए रोटरी क्लब के प्रधान दिलबाग बागी की प्रमुख भूमिका रही थी। उनके साथ बंगा अस्पताल में डेंटल सर्जन रहे डा. तीरथ सिंह ने भी अस्पताल से स्टाफ के साथ सहयोग करके पार्क को बनवाया था। पहले साल तो पार्क में फूल, पौधे, घास तक लगाए गए थे, मगर अब सब गायब हैं। पार्क का भीतरी हिस्सा सिर्फ एक बरगद के पेड़ के सहारे लोगों के लिए शेल्टर बना हुआ है। इसके अलावा न तो कोई बैंच, न ही कोई कुíसया तथा न ही फूल, और पौधे इस पार्क में लोगों को खुशी प्रदान कर रहे हैं। लोगों का कहना कि अगर अस्पताल में पार्क का निर्माण हो जाए, तो अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीजों तथा उनके सहयोगियों के लिए लाभकारी होगा। शहर के लोगों की माग है कि रोटरी क्लब शीघ्र ही अपना दायित्व समझें तथा शहीदे आजम सरदार भगत सिंह को समíपत किया गया सिविल अस्पताल के पार्क को फिर से पुनर्जीवित किया जाए। इसमें फूल, पौधे, बैंच, घास लगाए जाए। डा. हरिकिशन, रौणकी राम बंगड, मनमिंदर कुमार मोनू, परमजीत सिंह राय, प्रदीप शर्मा, मास्टर रामकिशन पल्ली झिक्की, पार्षद नरेंद्रजीत रत्तू, पार्षद सुरिंदर कुमार व ज्ञानचंद आदि ने प्रशासन से पार्क की नुहार बदलने की मांग की है।
सोसायटी की ओर से बंगा-आनन्दपुर साहिब मार्ग का संशय दूर करने के लिए संकेत बोर्ड लगाए फोटो नं. 7 संवाद सूत्र, बंगा: आदर्श सोशल वेलफेयर सोसायटी पंजाब ने बंगा से श्री आनंदपुर साहिब मार्ग की पहचान दिखाने के लिए गढ़शकर चौक तथा खमाचों मार्ग पर संकेत बोर्ड लगाए हैं। संस्था के प्रधान सतीश कुमार सोनी तथा महासचिव डा. हरि कृष्ण ने बताया कि बंगा में जब से पुल का निर्माण हुआ है तब से बंगा- श्री आनंदपुर साहिब, माता नयना देवी मंदिर की यात्रा करने वाले यात्री अक्सर सड़क मार्ग भटक जाते हैं। इसलिए यात्रियों की सुविधा के लिए बंगा में संकेत बोर्ड लगाए गए है। बोर्ड लगाने की सेवा करने वालों में बलवीर सिंह, अमनदीप सिंह, चरण सिंह, राजेश कलसी आदि शामिल थे।