नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर अवैध पार्किग से राहगीर परेशान

नगर कौंसिल कार्यकाल के बाहर अवैध पार्किग की समस्या अभी भी ज्यों की त्यों ही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 05:11 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 05:11 PM (IST)
नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर अवैध पार्किग  से राहगीर परेशान
नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर अवैध पार्किग से राहगीर परेशान

संवाद सूत्र, नवांशहर : नगर कौंसिल कार्यकाल के बाहर अवैध पार्किग की समस्या अभी भी ज्यों की त्यों ही है। अवैध पार्किग के कारण राहगीरों को परेशान होना पड़ रहा है, लेकिन प्रशासन को इसकी कोई भी परवाह नहीं है। सभी स्थानीय लोग प्रशासन को इस संबंधी कई बार शिकायत दे चुके हैं, फिर भी समस्या का हल नहीं निकाला गया है। यहां अवैध पार्किग के कारण कई बार लंबा जाम भी लग जाता है। चार पहिया वाहन हो या दो पहिया वाहनों का यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। दफ्तर के बार लोग अपना वाहन खड़ा कर चले जाते हैं, जिससे यहां अकसर जाम की स्थिति बन जाता है।

बाहर से आए हुए व्यापारी लोग अपनी गाड़ियां यहां पर कई-कई घंटे गाड़ी पार्क कर अपने माल की सप्लाई भी करते हैं। वह अपनी गाड़ी गलत तरीके से पार्क कर चले जाते हैं, जिससे यहां से पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता हैं। जब नगर कौंसिल का कोई बड़ा अधिकारी आता है तो पुलिस तुरंत बेरिकेड्स लगाकर रास्ता बंद कर देती है।

शाम के समय खाने पीने की रेहडियां लगने से और भी बुरा हाल हो जाता है। लोगों का कहना है कि अगर नगर कौंसिल आफिस के बाहर ही ऐसे हालात हैं, तो प्रशासन अन्य स्थानों पर सख्ती कैसे करेगी। कई बार नगर कौंसिल द्वारा ट्रैफिक पुलिस को लिखत रूप में शिकायत दी गई है और दुकानदारों से गुहार भी लगाई गई है, लेकिन कुछ ही दिन अवैध पार्किग का काम रुकता है, लेकिन बाद में वैसा ही हाल हो जाता है।

- ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी रत्न सिंह का कहना है कि नगर कौंसिल की पार्किग तक पहुंचने के लिए तीन-चार एंट्री प्वाइंट हैं। लोग किसी न किसी रास्ते से अंदर पहुंच जाते हैं।

मोहल्ले के लोग भी हैं परेशान

मोहल्ला वासी भास्कर पाठक, मोहित सूरी, अनिल कुमार, ऊषा रानी, कुसुम रानी, प्रदीप कुमार, मोहित सूरी, राकेश कुमार, नवीन कुमार आदि का कहना है हम लोग वर्षों से यही देखते आ रहे हैं। सप्ताह का कोई भी दिन हो गाड़ियां यहां पर खड़ी रहती हैं। प्रशासन कुंभकरणी नींद सोया हुआ है। अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता है। दुकानदार अनिल बाली, रमन कुमार, शेखर भंडारी, संजीव कुमार, दिनेश कुमार, आशु, राजीव कुमार आदि का कहना है दुकानदार भी परेशान हैं, दुकानों के आगे वाहन चालक गाड़ी खड़ा करके निकल जाते हैं और कई कई घंटे वापस नहीं आते। ट्रैफिक पुलिस कभी कभार एंट्री बंद कर देती है। लेकिन स्थायी हल अभी तक नहीं निकला।

--कोट्स--

यह समस्या उनकी ध्यान में है। जल्द ही कर्मचारी की तैनाती कर दी जाएगी और गलत ढंग से पार्किग करने वाले गाड़ियों के चालान काटे जाएंगे। दुकानदार भी पुलिस का सहयोग करें।

-डीएसपी दीपिका सिंह, जिला ट्रैफिक इंचार्ज।

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