छात्रों की शिक्षा का मूल्यांकन करेगा शिक्षा विभाग
नवांशहर पंजाब के सरकारी स्कूलों में शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिगला के नेतृत्व और शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की देखरेख में दी जा रही गुणात्मक शिक्षा के बारे में अभिभावकों को जानकारी देने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग दो और तीन नवंबर को जिले के 423 सरकारी प्राथमिक 106 माध्यमिक 54 हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में पढ़ते 5
जागरण संवाददाता, नवांशहर: पंजाब के सरकारी स्कूलों में शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिगला के नेतृत्व और शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की देखरेख में दी जा रही गुणात्मक शिक्षा के बारे में अभिभावकों को जानकारी देने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग दो और तीन नवंबर को जिले के 423 सरकारी प्राथमिक, 106 माध्यमिक, 54 हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में पढ़ते 58454 विद्यार्थियों बच्चों के अभिभावकों के साथ अभिभावक-अध्यापक मिलनी समारोह करवाएगा। जिला शिक्षा अफसर (सीसे) सुशील कुमार तुली और जिला शिक्षा अफसर पवन कुमार ने कहा कि सरकारी स्कूलों में दी जा रही गुणात्मक शिक्षा और ढांचागत विकास के मूल्यांकन के लिए शिक्षा विभाग 11 नवंबर से पंजाब प्राप्ति सर्वेक्षण (पेस) शुरू कर रहा है। सरकारी स्कूलों में पढ़ते बच्चों के अभिभावकों को इस सर्वेक्षण में अधिक से अधिक भागीदारी को यकीनी बनाने के लिए उत्साहित करना इस दो दिवसीय अभिभावक-अध्यापक मिलनी का मुख्य मकसद होगा। इसके साथ ही विभाग की तरफ से आनलाइन भेजी गई सहायक सामग्री का प्रयोग करके विद्यार्थी पेस की बढि़या तैयारी कर सकें और पढ़ाई के साथ सबंधित ओर पक्षों के बारे में भी अभिभावकों को अवगत करवाया जाएगा। जिला शिक्षा अफसरों ने जिले के समूह स्कूल मुखियों और अध्यापकों से कहा कि इसके लिए समूह अध्यापक और स्कूल प्रमुख सरकारी स्कूलों में प्री-प्राथमिक से बारहवीं तक पढ़ते बच्चों के अभिभावक, स्कूल मैनेजमेंट समिति सदस्यों, पंचायत सदस्यों और मिड-डे-मील वर्करों के साथ संबंध कायम कर सकते हैं। इनको उत्साहित और जागरूक करके पंजाब प्राप्ति सर्वेक्षण में अधिक से अधिक बच्चों की भागीदारी करवाई जा सकती है। इसलिए गांवों और शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर मुनादी करवा कर, इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म का प्रयोग कर अभिभावक -अध्यापक मिलनी की जानकारी देने के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अभिभावक -अध्यापक मिलनी के समय सरकार की तरफ से कोविड -19 संबंधी जारी हिदायतें की पालना की जाएगी। शिक्षा विभाग के समूह शिक्षा अधिकारी, जिला नोडल अफसर, उप -जिला शिक्षा अफसर, प्रिसिपल, ब्लाक प्राथमिक शिक्षा अफसर, सेंटर हेड टीचर और स्कूल प्रमुख अपने अधीन पड़ते स्कूलों के अध्यापकों के साथ अभिभावक-अध्यापक मिलनी से पहले बैठक कर इसके उद्देश्यों की पूर्ति के लिए अध्यापकों को प्रेरित करेंगे।