जैविक खाद बेचकर पंचायत कर सकती है आमदनी : नवदीप कौर
नवांशहर गांव उसमानपुर में स्वछ भारत मिशन ग्रामीण फेस-2 के तहत विभिन्न गांवों के सरपंचों व पंचों को सालिड वेस्ट मैनेजमेंट संबंधी प्रशिक्षण देने के लिए कैंप लगाया गया। इसकी अध्यक्षता ब्लाक विकास व पंचायत अधिकारी मुख्य दफ्तर चंडीगढ़ नवदीप कौर ने की।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
गांव उसमानपुर में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेस-2 के तहत विभिन्न गांवों के सरपंचों व पंचों को सालिड वेस्ट मैनेजमेंट संबंधी प्रशिक्षण देने के लिए कैंप लगाया गया। इसकी अध्यक्षता ब्लाक विकास व पंचायत अधिकारी मुख्य दफ्तर चंडीगढ़ नवदीप कौर ने की।
उन्होंने बताया कि उक्त मिशन का मकसद कूड़े का सही प्रबंधन करना है। इसके अंतर्गत पंचायतों को सूखे और गीले कूड़े को अलग-अलग करने के लिए दो कूड़ेदान नीले व हरे दिए जाते हैं। गीले कूड़े को कंपोस्ट पिट्स (गड्ढों) में पाया जाता है और सूखे कूड़े को अलग इकट्ठा किया जाता है। जब ये दोनों गड्ढे भर जाते हैं, तो उन्हें गोबर से ढक दिया जाता है। इस कूड़े को खाद बनने के लिए 30 से 45 दिन लगते हैं। इस तरह तैयार की जैविक खाद को पंचायत बेच कर आमदनी प्राप्त कर सकती है।
इस मौके जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग के एसडीओ हरदीप सिंह ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय बना कर पंचायतें सर्वसम्मति के साथ प्रस्ताव डाल कर इसकी देखरेख का प्रबंध कर सकती हैं। खुले में शौच मुक्त स्थिति को बनाए रखना, सामुदायिक शौचालयों की देखरेख ग्राम पंचायत को करनी होती है। जिन लोगों के घरों में शौचालय बनाने के लिए जगह नहीं है, उनके लिए उक्त योजना के तहत पंचायतें साझे शौचालय बना सकती हैं, जिनका लाभ मजदूर भी ले सकते हैं। इससे स्वच्छता भी बने रहेगी।
इस मौके पर एपीओ मनजीत कौर, सचिव अमरजीत सिंह, सरपंच सुरिदर पाल सहित बड़ी संख्या में आसपास की पंचायतों के सरपंच, पंच व गण्यमान्य उपस्थित थे।