कृषि कानूनों के विरोध में निकाली ट्रैक्टर रैलियां
संवाद सहयोगी बलाचौर सब डिवीजन बलाचौर में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा तीन कृषि कबलाचौर सब डिवीजन बलाचौर में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के हक में ट्रैक्टर रैलियां निकाली गई। एक ओर पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के प्रधान चेतन चौधरी द्वारा पोजेवाल से ट्रैक्टर रैली निकाली गई वहीं दूसरी ओर हलका विधायक चौधरी दर्शन लाल मंगूपुर के बेटे अजय मंगूपुर और सेठी चौधरी थोपिया द्वारा गांव थोपिया से एक विशाल ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, बलाचौर
सब डिवीजन बलाचौर में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के हक में ट्रैक्टर रैलियां निकाली गई। एक ओर पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के प्रधान चेतन चौधरी द्वारा पोजेवाल से ट्रैक्टर रैली निकाली गई, वहीं दूसरी ओर हलका विधायक चौधरी दर्शन लाल मंगूपुर के बेटे अजय मंगूपुर और सेठी चौधरी थोपिया द्वारा गांव थोपिया से एक विशाल ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया। इस रैली ने क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पहुंचकर किसान मजदूरों के हक में प्रचार करते हुए कृषि सुधार कानूनों को रद करने की मांग की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने यह कानून पास करके देश के प्रत्येक वर्ग को खात्मे की ओर धकेल दिया है, क्योंकि इससे प्रत्येक वर्ग प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को होने वाली दिल्ली ट्रैक्टर रैली ऐतिहासिक होगी।
यह रैली केंद्र सरकार की जड़ें हिलाकर रख देगी। इस दौरान मौजूद लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस रैली में हीरा खेपड़, जसविदर विक्की, बलदेव राज, अशोक सरपंच, विक्की बाबू, पम्मा धौल, कुलविदर, राधे श्याम, विजय मोहन, मोनू, लाडी, बिदर, लाल सेठी, सुच्चा आदि उपस्थित थे।
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ट्रैक्टर परेड के बारे में कुलहिद किसान सभा ने की बैठकें
जागरण संवाददाता, नवांशहर
कुलहिद किसान सभा की तरफ से 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों, मजदूरों की तरफ से काले कानून वापस करवाने के लिए की जा रही ट्रैक्टर परेड की तैयारी के लिए गांव बघौरां, दौलतपुर, जाडला, रकासन, भारटा, चूहड़पुर में बैठक की गई। इस अवसर पर सभा के प्रांतीय उप प्रधान बलवीर सिंह जाडला व सीटू के प्रांतीय प्रधान महा सिंह रौड़ी ने संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि किसान संघर्ष आखिरी पड़ाव में है। सरकार संघर्ष को फेल करने के लिए तरह-तरह के घटिया हथकंडे अपना रही है। देश का किसान व मजदूर एकजुट है और मोदी सरकार से कृषि सुधार कानून खत्म करवा कर ही दम लेंगे। उन्होंने कहा कि जो किसान व मजदूर 26 जनवरी को दिल्ली नहीं जा सकते, वे पंजाब में जगह-जगह चल रहे संघर्ष में पार्टीबाजी से ऊपर उठकर शिरकत करें। उन्होंने बताया कि 23 जनवरी को ट्रैक्टर और 24 जनवरी को छोटी गाड़ियों द्वारा कुलहिद सभा के झंडे के नीचे काफिला दिल्ली के लिए बलाचौर से रवाना होगा। बैठक को यशवंत सिंह बघौरां, चरनजीत दौलतपुर, अमरीक सिंह रकासन, गुरदेव भारटा, निर्मल सिंह जुलाहमाजरा, प्ररुषोत्तम सिंह गरचा, कामरेड जय गरचा, गोपा, जगतार सिंह रकासन आदि ने भी संबोधित किया।