नीम प्रकृति का सबसे अनुपम उपहार : प्रो. बरूटा

नवाशहर एसकेटी प्लाटेशन टीम द्वारा शहर में पौधारोपण मुहिम लगातार जारी है। इसी मुहिम के अंतर्गत वीरवार को बाबा दीप सिंह नगर निवासी प्रो. एसके बरूटा ने अपने निवास स्थान पर नीम का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि नीम का पौधा प्रकृति का सबसे अनुपम उपहार है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:22 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 11:22 PM (IST)
नीम प्रकृति का सबसे अनुपम उपहार : प्रो. बरूटा
नीम प्रकृति का सबसे अनुपम उपहार : प्रो. बरूटा

जागरण संवाददाता, नवाशहर

एसकेटी प्लाटेशन टीम द्वारा शहर में पौधारोपण मुहिम लगातार जारी है। इसी मुहिम के अंतर्गत वीरवार को बाबा दीप सिंह नगर निवासी प्रो. एसके बरूटा ने अपने निवास स्थान पर नीम का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि नीम का पौधा प्रकृति का सबसे अनुपम उपहार है।

उन्होंने कहा कि शहरों में जगह के अभाव के कारण बडे़ पैमाने पर पौधे लगाना मुश्किल है। फिर भी बची हुई पर्याप्त जगह पर भी पौधे लगाकर इसकी थोड़ी बहुत भरपाई कर पर्यावरण को संतुलित किया जा सकता है। उन्होंने एसकेटी प्लाटेशन टीम के सभी सदस्यों द्वारा शहर में चलाई जा रही पौधारोपण मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि टीम द्वारा जो शहर में निरंतर मुफ्त आक्सीजन का लंगर लगाया जा रहा है, यह अति उत्तम कार्य है।

इस बारे में उक्त टीम के संचालक अंकुश निझावन ने बताया कि नीम के पेड़ का हर हिस्सा स्वास्थ्य के लिए अमृत से कम नहीं है। इसकी पत्तिया, तना, छाल, जड़, फल सब कुछ सेहत के लिए फायदेमंद है। नीम के पेड़ को सदाबहार भी कहा जाता है और पर्यावरणविदों की मानें तो यह एक हवा का साफ करने वाला प्राकृतिक प्यूरीफायर है। यह पेड़ प्रदूषित गैसों जैसे कार्बन डाइआक्साइड, सल्फर और नाइट्रोजन को हवा से ग्रहण करके पर्यावरण में आक्सीजन को छोड़ता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण जिले में बढ़ता जा रहा है। इसके मद्देनजर लोगों को चाहिए कि वे प्रशासन की ओर से जारी हिदायतों का पालन करें, ताकि कोरोना महामारी से बचा जा सके।

इस मौके पर ऊषा बरूटा, ऋषभ चोपड़ा, चितेश जुनेजा व कुनाल पुरी भी उपस्थित थे।

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