शुगर से बचने के लिए करें कसरत
जिले में बीमारियों के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता मुहिम की शुरुआत की गई है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर: जिले में बीमारियों के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता मुहिम की शुरुआत की गई है। सिविल सर्जन डा. गुरदीप सिंह कपूर ने वीरवार को एनपीसीडीसीएस प्रोग्राम के अधीन प्रचार वैन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस मौके पर सिविल सर्जन डा. गुरदीप सिंह कपूर ने बताया कि यह वैन चार दिन जिले में एनपीसीडीसीएस प्रोग्राम अधीन कैंसर, हाइपरटेंशन, शुगर और स्ट्रोक जैसी भयानक बीमारियों संबंधी लोगों को जागरूक करेगी। उन्होंने बताया कि इन बीमारियों के इलाज सरकारी संस्थाओं मे फ्री किया जाता है। छाती में गिल्टी, लगातार खांसी और आवाज में भारीपन, मुंह के छाले ठीक न होना, कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि तंबाकू और शराब का प्रयोग, फसलों पर ज््यादा कीटनाशकों का प्रयोग कैंसर के कारण हैं।
उन्होंने आम लोगों और सेहत कर्मचारियों को जागरूक करते हुए बताया कि शुगर दो प्रकार की होती है। टाइप-एक शुगर ज्यादातर जन्म से होती है। जबकि टाइप दो शुगर का कारण बुरी जीवन शैली है। इसके मरीजों की संख्या में तेजी के साथ विस्तार हो रहा है, जिसके मुख्य कारण मोटापा, कसरत कम करना, गैर -संतुलति भोजन, तनाव और पारिवारिक इतिहास हैं। इसलिए जरूरी है संतुलित भोजन का प्रयोग किया जाए और बाहरी डिब्बा बंद भोजन का प्रयोग कम से कम किया जाए। इसके साथ ही हर रोजकम से कम आधा घंटा कसरत भी करनी चाहिए।
इस दौरान सहायक सिविल सर्जन डा. बलविदर सिंह और जिला परिवार भलाई अफसर डा. जतिदर सिंह ने बताया कि शुगर को कंट्रोल कर खतरे को घटाया जा सकता है। बार -बार पेशाब आना, अचानक भार कम हो जाना, ज्यादा भूख -प्यास लगना, जख्म का ठीक न होना शुगर की निशानियां होती हैं। ऐसे लक्षण नजर आने पर तुरंत सरकारी अस्पताल में जाना चाहिए।